UP GIS 2023: अनुराग ठाकुर बोले- देश को स्पोर्ट्स का सुपर पावर बनाना PM मोदी की मंशा, यूपी होगा गेम चेंजर
Global Investors Summit 2023: अनुराग ठाकुर ने कहा, योगी आदित्यनाथ देश के इकलौते मुख्यमंत्री हैं, जो सिर्फ अपने प्रदेश के ही, नहीं पूरे देश के खिलाड़यों की हौसला अफजाई करते हैं और उनको सम्मान देते हैं.
UP Global Investors Summit 2023: केंद्रीय खेल और युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वत्रंत प्रभार) अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा है कि विश्व की सर्वाधिक आबादी और युवा की संख्या के अनुसार भारत दुनिया का स्पोर्ट्स सुपर पावर बने. इसे संभव बनाने में यूपी की भूमिका गेम चेंजर की होगी. अनुराग ठाकुर लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में हार्नेशिंग अपॉरचुनिटीस इन स्पोर्ट्स सत्र को संबोधित कर रहे थे.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि "8 साल में देश के स्पोर्ट्स का बजट तीन गुना बढ़ गया. खेलो इंडिया जैसी नीतियों और प्रधानमंत्री द्वारा खेल के हर महत्वपूर्ण आयोजन में जाने वाले खिलाड़ियों से संवाद, प्रोत्साहन का नतीजा दिखने लगा है. हमारे खिलाड़ी विश्व स्तर पर उम्दा प्रदर्शन कर रहे हैं." मंत्री ने कहा कि इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रयास काबिले तारीफ है. वह देश के इकलौते मुख्यमंत्री हैं, जो सिर्फ अपने प्रदेश के ही, नहीं पूरे देश के खिलाड़यों की हौसला अफजाई करते हैं और उनको सम्मान देते हैं. कुश्ती और बैडमिंटन को गोद लेकर उन्होंने खेलों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता साबित की. वह कॉर्पोरेट व निजी सेक्टर्स के जरिए खेल से संबंधित बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने का लगातार प्रयास कर रहे हैं.
हर काम के लिए डेटलाइन तय करनी होगी- अनुराग ठाकुर
ठाकुर ने कहा, "हमें इन सुविधाओं के निर्माण में गुणवत्ता के साथ समयबद्धता का भी ध्यान रखना होगा. हर काम के लिए डेटलाइन तय करनी होगी." प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने प्रदेश सरकार की ओर से खिलाड़ियों और खेल के लिए जिन बुनियादी सुविधाओं पर काम चल रहा है, उनका जिक्र किया. साथ ही खेल से समर्पण, सामूहिकता, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य और भाईचारा की भावना से किस तरह बेहतर समाज और देश बनता है, इसका भी उल्लेख किया.
अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने कहा, "यूपी की 56 फीसद आबादी युवा है. इसी पर फोकस करते हुए हम गांव-गांव पहुंच रहे हैं. 30 हजार गावों में स्टेडियम बन चुके हैं. कैच डेम यंग की नीति के तहत बचपन से ही टैलेंट की पहचान, उनको ट्रेनिंग, और बेहतर बुनियादी सुविधाओं के लिए कार्पोरेट और निजी सेक्टर की भी मदद ले रहे हैं."