UP: गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट में मुख्तार अंसारी की पेशी पर अब भी सस्पेंस, जानें वजह
15 जुलाई 2001 को उसरी चट्टी में गैंगवार हुआ था. इसमें मुख्तार अंसारी के गनर और एक अन्य की मौत हुई थी. मामले में बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह और अनिल सिंह सहित 15 लोग नामजद किए गए थे.

Ghazipur News : मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) इस समय बांदा जेल में बंद है. उन्हें गाजीपुर के एमपी-एमएलए कोर्ट में मंगलवार 17 जनवरी को चर्चित उसरी कांड में गवाही देने के लिए फिजिकल रूप से पेश होना है. लेकिन, उनकी पेशी हो पाएगी या नहीं, अभी इसको लेकर सस्पेंस की स्थिति बनी हुई है. इस संबंध में जब उनके वकील लियाकत अली (Liyakat Ali) से बात की गई तो उन्होंने बताया कि व्यक्तिगत रूप से उनकी पेशी को लेकर उन्हें कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है. जिला प्रशासन की तरफ से भी उनकी पेशी को लेकर अब तक कोई जानकारी दी गई है.
साल 2001 में उसरी चट्टी में हुए गैंगवार का है मामला
बताते चलें कि 15 जुलाई 2001 को मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के उसरी चट्टी में गैंगवार हुआ था. इसमें मुख्तार अंसारी के गनर और एक अन्य व्यक्ति की मौत हुई थी. इस मामले में बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह और अनिल सिंह सहित कुल 15 लोग नामजद किए गए थे. इसी मामले में लगातार मुख्तार अंसारी की पेशी और उनकी गवाही को लेकर तारीख पर तारीख पड़ रही है. लेकिन, अभी तक उनका पेश हो पाना नामुमकिन है या नहीं, इसको लेकर सस्पेंस की स्थिति बनी हुई है.
बार-बार टलती जा रही है मुख्तार अंसारी की पेशी
बताते चलें कि 20 दिसंबर को मुख्तार अंसारी को फिजिकल रूप से पेश होना था. लेकिन, ईडी की कस्टडी के हमें होने के चलते उनकी पेशी नहीं हो पाई. इसके बाद तीन जनवरी को बुलाया गया, लेकिन सुरक्षा कारणों का हवाला देकर उस दिन भी उनकी पेशी नहीं हो पायी. 10 जनवरी को मौसम और सुरक्षा गार्ड उपलब्ध नहीं होने का हवाला देते हुए उनकी पेशी टाल दी गयी थी. ऐसे में 17 जनवरी को मुख्तार अंसारी की एक बार फिर पेश हो पाएगी या नहीं, इसको लेकर कोई भी कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं है. अब देखते हैं कि मंगलवार को भी उनकी पेशी होती है या नहीं.
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