सरकारी राशन वितरण व्यवस्था में बड़ा घोटाला! वर्षों तक गरीबों का अनाज हड़पते रहे 2450 परिवार
Uttarakhand News: ऊधमसिंह नगर में राशन घोटाले का बड़ा खुलासा. सत्यापन में 2450 अपात्र परिवार पकड़ में आए. प्रशासन ने सभी फर्जी राशन कार्ड रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की.

ऊधमसिंह नगर जिले में सरकारी राशन वितरण व्यवस्था में बड़ा घोटाला सामने आया है. जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 2450 ऐसे परिवार पकड़े गए हैं, जिन्होंने पात्रता न होने के बावजूद फर्जी तरीके से राशन कार्ड बनवाकर वर्षों तक गरीबों के हिस्से का अनाज हड़पा. जांच में सामने आए यह आंकड़े बताते हैं कि लंबे समय से चलाई जा रही धांधली के कारण असली जरूरतमंदों तक राशन नहीं पहुंच पा रहा था.
अवैध लाभ लेने वालों पर प्रशासन की शिकंजा कसने की तैयारी
फर्जीवाड़े का सबसे बड़ा मामला अंत्योदय (एएवाई) और प्राथमिकता प्राप्त परिवार (पीएचएच) श्रेणी में सामने आया है. सत्यापन में पता चला कि अंत्योदय श्रेणी के 205 और बीपीएल/पीएचएच श्रेणी के 2245 परिवार अपात्र होते हुए भी सरकारी अनाज ले रहे थे. यह सभी परिवार वर्षों से पात्रता नियमों को ताक पर रखकर सार्वजनिक वितरण प्रणाली का लाभ उठाते रहे.
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन की सुरक्षा देने के उद्देश्य से बनाई गई थी, लेकिन जिले में यह योजना कुछ लोगों के लिए लूट का साधन बन गई, सस्ता गल्ला वितरण में पैर पसार चुकी धांधली के कारण अपात्र लोगों को तीनों श्रेणियों एपीएल, बीपीएल और अंत्योदय में राशन मिलता रहा, जबकि असली गरीब खाली हाथ लाइन में खड़े रह गए. यह स्थिति बताती है कि कहीं न कहीं निगरानी प्रणाली कमजोर रही, जिसका फायदा फर्जी कार्डधारकों ने उठाया
फर्जीवाड़े का मामला उजागर होते ही खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने जिलेभर में राशन कार्डों का सत्यापन अभियान संचालित किया. सत्यापन में अपात्र परिवारों की संख्या 2450 तक पहुंचते ही विभाग ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है. जांच अधिकारियों के अनुसार इन सभी अपात्र राशन कार्डों को निरस्त करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है, ताकि आगे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो,
राशन कार्ड सत्यापन में सबसे ज्यादा अपात्र कार्डधारक किच्छा क्षेत्र में मिले. यहां 621 अपात्र परिवार वर्षों से सरकारी अनाज का लाभ ले रहे थे. बाजपुर में सबसे कम 125 अपात्र परिवार सामने आए. रिपोर्ट के अनुसार किच्छा क्षेत्र में विशेष समुदाय के कई लोगों ने पात्रता सीमा के विपरीत जाकर राशन कार्ड बनवाए और सरकारी लाभ लिया,
एपीएल श्रेणी में पांच लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले परिवार आते हैं, जिन्हें हर महीने 7.50 किलोग्राम चावल 11 रुपये प्रति किलो की दर से मिलता है, बीपीएल श्रेणी में वे परिवार आते हैं जिनकी आय 15 हजार रुपये प्रतिमाह से कम है. इन्हें एक यूनिट पर 1.900 ग्राम गेहूं और 3.100 किलोग्राम चावल निःशुल्क दिया जाता है, अंत्योदय श्रेणी निराश्रित और अत्यंत गरीब लोगों के लिए है, जिसमें प्रति कार्ड 35 किलोग्राम राशन उपलब्ध कराया जाता है.
क्षेत्रवार अपात्र राशन कार्डों की संख्या
रुद्रपुर — अंत्योदय 9, बीपीएल 276
किच्छा — अंत्योदय 49, बीपीएल 572
गदरपुर — अंत्योदय 20, बीपीएल 184
जसपुर — अंत्योदय 18, बीपीएल 117
खटीमा — अंत्योदय 30, बीपीएल 408
सितारगंज — अंत्योदय 30, बीपीएल 130
काशीपुर — अंत्योदय 29, बीपीएल 453
बाजपुर — अंत्योदय 20, बीपीएल 105
जिले में कुल 34,000 से अधिक राशन कार्डों का सत्यापन किया गया, जिसमें 32,000 से अधिक पात्र और 2450 अपात्र पाए गए. पूरी रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है और सभी अपात्र कार्ड निरस्त किए जाएंगे, ताकि असली लाभार्थियों को उनका हक मिल सके.
Source: IOCL























