कथावाचक को गार्ड ऑफ ऑनर देने पर सियासी घमासान, सपा बोली- ‘संविधान और बाबा साहेब का अपमान’
Bahraich News: समाजवादी पार्टी की मीडिया सेल ने 38 सेकेण्ड का वीडियो अपने एक्स हैंडल पर शेयर कारते हुए सवाल उठाया है कि कथावाचक कौन से संवैधानिक पद पर हैं जो इन्हें सलामी दी गयी.?

उत्तर प्रदेश की बहराइच पुलिस द्वारा मशहूर कथावाचक पुण्डरीक गोस्वामी को गार्ड ऑफ़ ऑनर देने का मामला तूल पकड़ चुका है. समाजवादी पार्टी ने इस संविधान का खुला उल्लंघन बताते हुए इसे बाबा साहेब का अपमान बताया है. वीडियो पुराना है. अभी इसको लेकर बहराइच पुलिस और किसी सीनियर अफसर का कोई बयान नहीं आया है.
समाजवादी पार्टी की मीडिया सेल ने 38 सेकेण्ड का वीडियो अपने एक्स हैंडल पर शेयर कारते हुए सवाल उठाया है कि कथावाचक कौन से संवैधानिक पद पर हैं जो इन्हें सलामी दी गयी. यही नहीं इस मामले पर नगीना सांसद और आज़ाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आज़ाद ने भी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए इसे संविधान पर हमला बताया है.
सपा मीडिया सेल का पोस्ट
समाजवादी पार्टी मीडिया सेल ने पोस्ट करते हुए लिखा, “यूपी के बहराइच में एक कथा वाचक को पुलिस परेड सलामी दिलाई गई. उक्त कथावाचक किस पद पर है? क्या बताने का कष्ट करेंगे मुख्यमंत्री महोदय? या संविधान को ताक पर रखकर शासन सत्ता चला रहे हैं मुख्यमंत्री महोदय और उनके अधीनस्थ? संविधान का ऐसा अपमान, बाबा साहब का ऐसा अपमान इसके पूर्व कभी किसी सरकार में नहीं हुआ, बाबा साहब के बनाए हुए संविधान का रोजाना अपमान कर रही है भाजपा की सरकार और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ. शर्म करें.
क्या है वीडियो में ?
वायरल वीडियो में कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी एक सफ़ेद रंग की एसयूपी गाड़ी से उतरते हैं. पुलिस की वर्दी में मौजूद एक अधिकारी उन्हें सैल्यूट करता है. स्वागत में लाल कालीन बिछी हुई है. इसके बाद पुलिस लाइन में परेड आयोजित की जाती है और कथावाचक सलामी लेते हुए दिख रहे हैं. मंच पर बैठकर परेड का निरीक्षण कर रहे हैं.
जबकि प्रोटोकाल में गार्ड ऑफ़ ऑनर आमतौर पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्री व केन्द्रीय मंत्री या उच्च अधिकारियों को ही दिया जाता है. इससे पहले किसी कथावाचक के साथ ऐसा उदहारण नहीं देखने को मिला है.
— BAHRAICH POLICE (@bahraichpolice) December 18, 2025
नगीना सांसद चंद्रशेखर ने उठाए सवाल
आज़ाद समाज पार्टी प्रमुख और नगीना लोकसभा से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए कथावाचक को सलामी देने पर सवाल उठाया है. उन्होंने इसे सीधे संविधान पर हमला बताया.
बहराइच पुलिस ने क्या कहा?
बहराइच पुलिस ने एक बयान में कहा, "पुलिस प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षार्थियों को कठिन मानसिक, शारीरिक परिश्रम के कारण मानसिक अवसाद उत्पन्न होने से जनपद में विभिन्न कारणों से 28 पुलिसकर्मियों द्वारा पुलिस सेवा से त्याग पत्र दिया गया. पुलिस कर्मियों में प्रशिक्षण के परिश्रम से मानसिक अवसाद उत्पन्न न हो और उनका मनोबल उच्च स्तर का बना रहे, इसके निमित्त योग, ध्यान और काउंसिलिंग के प्रभावी तरीकों के माध्यम से पुलिस लाइन बहराइच में प्रशिक्षुओं में चरित्र निर्माण एवं कर्तव्य निष्ठा की प्रेरणा प्रदान करने और मानसिक अवसाद की समस्या के निवारण हेतु समय-समय पर योग एवं प्रेरणादायी उद्बोधन कराया जाता है, जिसके क्रम में आचार्य पंडित गोरखराम जी को उद्बोधन हेतु आमंत्रित किया गया था."
इसमें कहा गया, "आचार्य जी द्वारा कर्तव्य बोध और विषम परिस्थितियों में चरित्रवान होकर राष्ट्र सेवा के कर्तव्य पथ पर अग्रसर रहने के विषय में प्रदत्त नैतिक उद्बोधन, अवसाद निवारण करने वाला और प्रेरणादायी रहा एवं प्रशिक्षु पुलिस कर्मियों हेतु प्रेरणादायी भी सिद्ध हुआ. नैतिक उद्बोधन से पुलिस प्रशिक्षणार्थियों के मनोबल में गुणात्मक वृद्धि दृष्टिगत हो रही है."
Source: IOCL






















