यूपीः शुभम हत्याकांड का खुलासा, मौसा ने रची थी अपहरण की साजिश, फिरौती न मिलने पर कर दी हत्या
उत्तर प्रदेश के कौशांबी में हुए नाबालिग शुभम हत्याकांड की साजिश से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है. पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

कौशांबी, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के कौशांबी में पुलिस ने नाबालिग के अपहरण और हत्याकांड का मामला सुलझा लिया है. पुलिस ने इस मामले में नाबालिग के मौसा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
दरअसल, चरवा कोतवाली पुलिस ने सात माह पहले हुए 12 वर्षीय शुभम हत्याकांड से पर्दा उठा दिया है. शुभम का अपहरण करने के बाद उसकी हत्या कर शव को यमुना नदी में फेंक दिया था. शुभम का अपहरण व हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसकी सगे मौसा ने की थी. शुभम का अपहरण करने के बाद सगे मौसा ने पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. अपहरण के कई घंटे बीत जाने के बाद जब फिरौती नहीं मिली तो उसने शुभम की हत्या कर उसका शव यमुना में फेंक दिया था.
आरोपी ने बताया कि शुभम की हत्या इसलिए की गई क्योंकि उसने अपने मौसा को पहचान लिया था. फिलहाल, पुलिस ने हत्यारोपी मौसा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर के मुताबिक शुभम अपहरण हत्याकांड से पर्दा उठने के बाद आरोपी कृष्ण कुमार को जेल भेज दिया गया है.
ये था मामला दरअसल, समसपुर गांव निवासी अनिल गुप्ता का 12 वर्षीय बेटा शुभम 7 फरवरी 2020 की शाम को अपने घर के बाहर से उस वक्त गायब हो गया था, जब वह पड़ोस की दुकान से समोसा लेने के लिए गया था. शुभम के गायब होने के कुछ घंटे बाद फिरौती के लिए पांच लाख रुपये की डिमांड की गई थी. शुभम के पिता ने चरवा कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ अपराध का मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने काफी प्रयास किया लेकिन शुभम का कोई पता नहीं चल सका.
नाराज ग्रामीणों ने लगाया था जाम इस पर नाराज परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर रोड भी जाम किया था. इसके अलावा चरवा थाना का घेराव भी किया था. इधर पुलिस अपहृत शुभम की तलाश में लगी हुई थी. जांच पड़ताल में पता चला कि शुभम का सगा मौसा समदा मंझनपुर निवासी कृष्ण कुमार उर्फ चिंटू की गतिविधियां संदिग्ध है. इस पर पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया.
इसीलिए की हत्या कृष्ण कुमार ने पुलिस को बताया कि उसने ही सात फरवरी की शाम को शुभम का अपहरण किया था. फिरौती के रूप में उसने पांच लाख रुपये की मांग परिजनों से किया था. कई घंटे बीत जाने के बाद जब उसे फिरौती की रकम नहीं मिली तो वह परेशान हो उठा. इस बीच शुभम ने अपने सगे मौसा को पूरी तरह से पहचान लिया था. शुभम को जिंदा छोड़ता तो उसकी असलियत सबके सामने आ जाती. इसलिए उसने शुभम की गला दबाकर हत्या करने के बाद उसका शव महेवा घाट थाना के यमुना नदी पर बने पुल से नीचे पानी में फेंक दिया.
हत्या के बाद भी मांगी फिरौती शुभम की हत्या कर उसके शव को फेंकने के बाद भी कृष्ण कुमार उर्फ सिंटू ने कई बार फिरौती के लिए पत्र मृतक के घर भेजा. शुभम के परिजन उसके अपहरण और हत्याकांड से पर्दा उठने के बाद सन्न हैं. उन्हें इस बात का भरोसा नहीं हो रहा है कि उनके अपने सगे रिश्तेदार ने ही वारदात को अंजाम दिया है.
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