![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-top.png)
Prayagraj News: पहाड़ों में हुई बारिश से बढ़ा गंगा-यमुना का जलस्तर, बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन की यह है तैयारी
पहाड़ों में हुई बारिश से प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ गया है. हालांकि प्रयागराज में मानसून सीजन में अब तक जोरदार बारिश नहीं हुई है. जलस्तर बढ़ने से प्रशासन अलर्ट हो गया है.
![Prayagraj News: पहाड़ों में हुई बारिश से बढ़ा गंगा-यमुना का जलस्तर, बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन की यह है तैयारी prayagraj the water level of Ganga and Yamuna increased due to the rain on the mountains ann Prayagraj News: पहाड़ों में हुई बारिश से बढ़ा गंगा-यमुना का जलस्तर, बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन की यह है तैयारी](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/07/12/a4aea1e46ef14fcd4d2d5755fdcc5d9e1657607938_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
UP News: संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में मानसून (Monsoon) सीजन के दौरान भले ही जोरदार बारिश न हुई हो लेकिन पहाड़ों पर हो रही बारिश का असर यहां देखने को जरूर मिल रहा है. पहाड़ों पर हो रही बारिश के चलते प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. पिछले एक हफ्ते में दोनों नदियों का जलस्तर करीब डेढ़ मीटर तक बढ़ गया है. हालांकि, अभी खतरे जैसी कोई बात नहीं है, लेकिन नदियों के जलस्तर में तेजी से हो रही बढ़ोत्तरी के चलते यहां एलर्ट ज़रूर कर दिया गया है.
सरकारी अमला लगातार निगरानी कर रहा है. निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को एहतियात बरतने को कहा गया है. गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर जलस्तर बढ़ने के बाद तीर्थ पुरोहित अपने तख़्त सामान समेटकर पीछे आने लगे हैं. इसके साथ ही दुकान लगाने वाले दुकानदार भी पीछे हटने लगे हैं.
Siddharthnagar: मानदेय न मिलने से नाराज आशा वर्कर्स ने हॉस्पिटल में जड़ा ताला, स्टाफ को बनाया बंधक
मानसून में इन चुनौतियों का सामना करता है प्रयागराज
प्रयागराज में गंगा- यमुना बारिश के मौसम में हर साल ज़बरदस्त तबाही मचाती है. दर्जनों मोहल्लों की इमारतें एक मंज़िल तक पानी में डूब जाती हैं. करीब महीने भर तक हाहाकार मचा रहता है. इस बार अभी बाढ़ जैसे हालात तो नहीं है, लेकिन सरकारी अमले ने एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. लगातार हालात पर नज़र रखी जा रही है. इसके साथ ही हालात बिगड़ने पर खोले जाने वाली बाढ़ चौकियों व राहत केंद्रों की लिस्ट भी तैयार की जा रही है. हालांकि राहत की बात सिर्फ यह है कि प्रयागराज में अभी तक मानसून के दौरान एक बार भी तेज़ बारिश नहीं हुई है, जबकि बारिश न होने से जहां लोग गर्मी से बेहाल हैं, वहीं इससे किसानों को भी खासी दिक्कतें हो रही हैं.
ये भी पढ़ें -
CUET UG 2022: सीयूईटी UG पर टेढ़ा हुआ विपक्षी नेताओं का रुख, जानिए- किस बात पर उठाए सवाल
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)