ग्रेटर नोएडा: जनसुनवाई में उठा स्मार्ट मीटर विवाद, उपभोक्ताओं ने कहा- हो रही मानसिक प्रताड़ना
Noida News:अधिवक्ता गुरप्रीत सिंह ने सुनवाई के दौरान आरोप लगाया कि एनपीसीएल उपभोक्ताओं के खिलाफ झूठे बिजली चोरी के मुकदमे दर्ज कर रही है और अवैध वसूली कर रही है. आयोग ने कार्रवाई की बात कही है.

गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय परिसर में बुधवार को उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग (UPERC) की ओर से आयोजित जनसुनवाई में निजी बिजली वितरण कंपनी एनपीसीएल (NPCL) के खिलाफ उपभोक्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा. जनसुनवाई में अखिल भारतीय किसान सभा, आरडब्ल्यूए और स्थानीय उपभोक्ताओं ने खुलकर अपने अनुभव साझा किए और एनपीसीएल की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए.
अधिवक्ता गुरप्रीत सिंह ने सुनवाई के दौरान आरोप लगाया कि एनपीसीएल उपभोक्ताओं के खिलाफ झूठे बिजली चोरी के मुकदमे दर्ज कर रही है और अवैध वसूली कर रही है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी दरों पर बिजली के बिल थोपे जा रहे हैं, जबकि बिजली आपूर्ति ग्रामीण शेड्यूल के अनुसार ही होती है. उपभोक्ताओं को बिना पूर्व जानकारी के जबरन स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं और उन्हें अनावश्यक रूप से अत्यधिक बिल भेजकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है.
स्मार्ट मीटर को लेकर आक्रोश
जनसुनवाई के दौरान मोनू मुखिया ने आरोप लगाया कि एनपीसीएल द्वारा बिना सहमति स्मार्ट मीटर लगाने, बार-बार बिजली कटौती, और हर वर्ष दरों में बेतहाशा वृद्धि से जनता त्रस्त है. बावजूद इसके, सेवाओं में कोई सुधार नहीं दिख रहा है. उन्होंने इसे आम जनता की जेब पर अनावश्यक बोझ करार दिया.
अखिल भारतीय किसान सभा के प्रतिनिधियों ने मांग की कि कंपनी का लाइसेंस तत्काल रद्द किया जाए और विद्युत आपूर्ति उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के माध्यम से सुनिश्चित कराई जाए.
शिकायतों का गंभीरता से होगा निस्तारण
इस दौरान अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह की मौजूदगी में विद्युत नियामक आयोग को सैकड़ों उपभोक्ताओं की शिकायतें प्राप्त हुईं. आयोग ने आश्वासन दिया कि सभी पक्षों की बातों को गंभीरता से लिया जाएगा और नियमानुसार उचित कार्रवाई की जाएगी.
इस जनसुनवाई में यह स्पष्ट हो गया कि ग्रेटर नोएडा के उपभोक्ता एनपीसीएल की मनमानी अव्यवस्था और शोषण से गहरे असंतुष्ट हैं. यदि शीघ्र सुधार नहीं हुआ, तो यह मामला और व्यापक विरोध की दिशा में बढ़ सकता है. आयोग की अगली कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं.
Source: IOCL























