11 घंटे तक हिरासत, रात भर पूछताछ और फिर इस वजह से अब्बास अंसारी गिरफ्तार, बैंक खातों की पड़ताल जारी
मुख्तार अंसारी के बेटे और सुभासपा के विधायक अब्बास अंसारी को करीब 11 घंटो तक हिरासत में रखने के बाद ईडी की प्रयागराज यूनिट ने गिरफ्तार कर लिया है. अब परिवार के कुछ लोगों पर भी शिकंजा कसा जा सकता है.

UP News: पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे और सुभासपा के विधायक अब्बास अंसारी को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. ईडी की प्रयागराज यूनिट ने अब्बास अंसारी की गिरफ्तारी नाटकीय अंदाज में की है. गिरफ्तारी से पहले अब्बास अंसारी तकरीबन 11 घंटे तक ईडी की कस्टडी में था. गिरफ्तार करने से पहले ईडी ने अब्बास से 9 घंटे तक कड़ी पूछताछ भी की थी. विधायक अब्बास अंसारी की गिरफ्तारी मनी लांड्रिंग केस में हुई हैं. अब्बास अंसारी की गिरफ्तारी के बाद अब ईडी मुख्तार अंसारी के परिवार के कुछ अन्य सदस्यों को भी जल्द ही हिरासत में लेकर उन पर कानूनी शिकंजा कस सकती है.
ईडी ने कुछ दिनों पहले ही विधायक अब्बास अंसारी और उनकी मां अफशां अंसारी के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया था. ईडी को इस बात की आशंका थी कि मनी लांड्रिंग केस में अब्बास और अफशां अंसारी गिरफ्तारी से बचने के लिए विदेश भाग सकते हैं. ईडी ने अब्बास अंसारी को भले ही गिरफ्तार कर लिया हो लेकिन उसके ड्राइवर रवि कुमार शर्मा को डेढ़ घंटे की पूछताछ के बाद छोड़ दिया है. हालांकि इससे पहले मई महीने में भी अब्बास अंसारी से पूछताछ कर चुकी थी.
ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय की प्रयागराज यूनिट ने विधायक अब्बास अंसारी को उसके पिता मुख्तार अंसारी के खिलाफ दर्ज मनी लांड्रिंग केस में बयान दर्ज कराने के लिए प्रयागराज बुलाया था. अब्बास अंसारी शुक्रवार की सुबह करीब 11 बजे ही सिविल लाइंस इलाके में स्थित ईडी के दफ्तर पहुंच गया था. ईडी ने दोपहर तकरीबन दो बजे अब्बास अंसारी से पूछताछ शुरू की. रात 8 बजे के बाद बड़ी संख्या में पुलिस ईडी दफ्तर पहुंची. ईडी दफ्तर को कुछ ही देर में छावनी में तब्दील कर दिया गया और अंदर जाने के रास्तों को बंद कर दिया गया. ईडी दफ्तर में पुलिस का कड़ा पहरा होते ही यह आशंका होने लगी थी कि जांच एजेंसी विधायक अब्बास अंसारी को गिरफ्तार करने की तैयारी में है.
ऐसे हुई गिरफ्तारी
ईडी की टीम रात ठीक 11 बजे अब्बास अंसारी को लेकर अपने दफ्तर से नीचे उतरी. ईडी ने अब्बास अंसारी को अपनी गाड़ी पर बैठाया. ईडी की दो गाड़ियों के साथ ही पुलिस की तकरीबन आधा दर्जन गाड़ियां भी थी. गाड़ियों का काफिला तेजी से निकल गया. इस बीच ईडी के साथ ड्यूटी पर लगे पुलिसकर्मियों ने अब्बास अंसारी को हिरासत में लिए जाने की जानकारी दी. औपचारिक तौर पर हिरासत में लेने से पहले ईडी ने विधायक अब्बास अंसारी को खाना भी खिलाया. अब्बास अंसारी के लिए खाना एक रेस्टोरेंट से मंगाया गया था. रात 12:30 बजे के करीब ईडी अब्बास अंसारी को लेकर वापस अपने दफ्तर पहुंची.
इस बीच ईडी ने पुलिस की मौजूदगी में शहर के एक बड़े सरकारी अस्पताल में अब्बास अंसारी का मेडिकल चेकअप कराया. रात एक बजे के करीब एसपी सिटी संतोष मीणा समेत कई थानों की पुलिस वज्र वाहन के साथ ईडी दफ्तर पहुंची. पहले मेडिकल चेकअप और उसके बाद वज्र वाहन पहुंचने से ही विधायक अब्बास अंसारी की गिरफ्तारी की सुगबुगाहट शुरू हो गई. ईडी ने देर रात तक अब्बास की गिरफ्तारी की औपचारिक तौर पर पुष्टि नहीं की थी, लेकिन पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दे दी कि विधायक अब्बास अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी की प्रक्रिया की औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं. आधी रात के बाद ईडी और पुलिस अब्बास को गिरफ्तार करने के बाद किसी अज्ञात जगह ले कर चली गई.
ये है मामला
इस बीच जानकारी यह भी मिली है कि ईडी की टीम ने विधायक अब्बास अंसारी से उनके बैंक खातों को लेकर सबसे ज्यादा पड़ताल की. ईडी ने प्रयागराज में एक निजी बैंक के कर्मचारी को तकनीकी जानकारी समझने के लिए अनौपचारिक तौर पर बुलाया भी था. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब्बास अंसारी ने अपनी आमदनी और संपत्तियों का जो विवरण ईडी के सामने रखा, जांच एजेंसी उससे संतुष्ट नहीं हुई. अब्बास अंसारी तमाम सवालों के जवाब नहीं दे सके. ऐसे में ईडी ने माना कि अब्बास अंसारी की अपने पिता मुख्तार अंसारी के साथ सहभागिता रही है. दोनों ने मिलकर काली कमाई की है और अवैध संपत्तियां अर्जित की है.
गौरतलब है कि ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने अब्बास अंसारी के पिता पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ पिछले साल मार्च महीने में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. साल 2020 में जाली दस्तावेज तैयार कर सरकारी जमीन पर कब्जा करने, लखनऊ में धोखाधड़ी कर संपत्ति अर्जित करने और विधायक निधि का दुरुपयोग करने के तीन मामले में मुख्तार अंसारी के खिलाफ जो मुकदमे दर्ज हुए थे. ईडी ने उन्हीं के आधार पर बाहुबली के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. ईडी की टीम ने पिछले साल नवंबर महीने में बांदा जेल जाकर मुख्तार अंसारी से मनी लांड्रिंग के बारे में लंबी पूछताछ की थी. मुख्तार अंसारी का बयान दर्ज करने के बाद ईडी ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया था. जांच में मुख्तार के भाइयों- बेटों- भतीजे व पत्नी अफशा अंसारी के साथ ही ससुराल के कई लोगों को भी शामिल किया गया था.
20 मई हुई थी पूछताछ
ईडी ने इसी साल 20 मई को अब्बास अंसारी से पहले भी पूछताछ की थी. 20 मई को ईडी के प्रयागराज दफ्तर में ही अब्बास अंसारी और उनके छोटे भाई उमर अंसारी से पूछताछ की गई थी. ईडी ने अब्बास से पहले उनके चाचा व सांसद अफजाल अंसारी से नौ मई को लंबी पूछताछ की थी. इसके अगले दिन 10 मई को मुख्तार अंसारी के बड़े भाई शिबगत उल्ला अंसारी और विधायक भतीजे शोएब अंसारी का बयान दर्ज किया गया था. ईडी ने इसके बाद अब्बास अंसारी को फिर से समन जारी कर उसे पूछताछ के लिए बुलाया था. अब्बास के साथ ही उनकी मां अफशां अंसारी को भी समन जारी किया था. एक दूसरे आपराधिक मामले में फरार होने की वजह से जब अब्बास अंसारी और उनकी मां अफशा अंसारी ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे तो इन दोनों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया.
इस बीच पिछले महीने अब्बास अंसारी को अपराधिक मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने अब्बास की गिरफ्तारी पर अगले आदेश तक के लिए रोक लगा दी थी. मनी लांड्रिंग केस में बयान दर्ज कराने के लिए विधायक अब्बास अंसारी शुक्रवार को प्रयागराज में ईडी के दफ्तर पहुंचे थे. ईडी की टीम ने यहां अब्बास के ड्राइवर रवि कुमार शर्मा को भी रात के वक्त बुलाया था. ईडी ने ड्राइवर रवि शर्मा को तकरीबन डेढ़ घंटे तक रोक कर रखा था. इस दौरान उसके पहचान पत्र की जांच की गई और मामूली पूछताछ की गई. अब्बास अंसारी को हिरासत में लेकर जाने के दौरान ईडी की टीम ने ड्राइवर रवि शर्मा को छोड़ दिया था. पूछताछ के दौरान अब्बास अंसारी के वकील मोहम्मद फारूक व शमशुल इस्लाम ईडी दफ्तर के बाहर डटे रहे. हालांकि इन दोनों ही वकीलों को दफ्तर के अंदर जाने और अब्बास अंसारी से मुलाकात करने की इजाजत नहीं दी गई थी. वकील मोहम्मद फारुख का कहना है कि ईडी द्वारा औपचारिकताएं पूरी किए जाने के बाद वह आगे कानूनी कदम उठाएंगे.
Source: IOCL





















