मुरादाबाद में SIR का बड़ा असर, 92 घुमंतू वोटर्स बन डालने लगे थे वोट, रोहिंग्या होने का शक, जांच शुरू
UP News: रानीनागल गांव में 92 घूमंतू वोटर्स बनकर मतदान करने लगे, एसआईआर में शिकायत हुई कि सभी रोहिंग्या हैं. बीएलओ की ओर से एसआईआर फॉर्म दिये गए थे. इसमें से महज 10 महिलाओं ने ही फॉर्म भरकर जमा किये.

मुरादाबाद के भोजपुर के रानीनागल गांव में 92 घूमंतू मतदाता बन गए और वोट देना शुरू कर दिया. विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) शुरू हुआ, तब सभी 92 के रोहिंग्या होने की शिकायत हुई. जांच में पता चला कि सभी 92 मतदाताओं को बीएलओ की ओर से गणना-प्रपत्र दिये गए थे. इसमें से महज 10 महिलाओं ने ही गणना-प्रपत्र भरे हैं.
हैरानी यह कि सभी की ओर से मैपिंग सहारनपुर जनपद की गई है. दूसरा शेष 82 ने गणना-प्रपत्र ही नहीं भरे. वर्तमान में सभी गायब हैं. ऐसे में इन सभी के रोहिंग्या होने का शक गहरा गया है. इसके लिए अब एक-एक की स्क्रूटनी कराई जा रही है.
भोजपुर के रानीनागल गांव के रहने वाले पूर्व प्रधान सईदुल ने प्रकरण में डीएम और एसएसपी से शिकायत की. उन्होंने बताया कि रानीनागल में अवैध रूप से घूमंतू लोगों के अवैध वोट बनवा दिये गए. वोटर लिस्ट का हवाला देते घूमंतू के 107 वोट होने की बात बताई.
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बने वोटर
उन्होंने आरोप लगाया कि फर्जी प्रपत्रों के आधार पर इन सभी के वोट बनवाए गए. अब एसआईआर के दौरान फिर से सभी को वोटर बनाने के लिए कसरत की जा रही है. बीएलओ पर दबाव डाला जा रहा है. ऐसे में इन सभी के दोबारा से अवैध वोट बनने से रोका जाए.
प्रकरण गंभीर होने के चलते तुरंत ही डीएम ने एसडीएम सदर डा. राम मोहन मीणा को जांच सौंपी. उनके नेतृत्व में सदर तहसील की टीम गांव पहुंची. घुमंतूओं के बारे में जानकारी जुटाई. बीएलओ की ओर से दिये गए गणना-प्रपत्र व भरकर आए गणना-प्रपत्रों की जांच की.
92 लोगों में से कुल 10 लोगों ने जमा किया SIR फॉर्म
पता चला कि 92 में महज 10 गणना-पत्र भरकर जमा किये गए हैं और वह भी सिर्फ महिलाओं के हैं. सभी में समान बात यह कि मैपिंग सहारनपुर जनपद की कि गई. इतना ही नहीं शेष जो 82 फार्म अब तक जमा नहीं हुए, उसमे से कोई भी वर्तमान में वहां नहीं रह रहा है. इसी के बाद इनके रोहिंग्या होने का शक गहरा गया है.
मुरादाबाद के जिला अधिकारी अनुज कुमार सिंह ने बताया कि पंचायत चुनाव की वोटर लिस्ट का जब काम चल रहा था, तब इस प्रकार की शिकायत आई थी. एक पूर्व प्रधान ने ये शिकायत की थी गांव में कुछ ऐसे लोग रहते हैं जिनके बारे में गांव के लोग यह नहीं जानते कि वह कहाँ से आये हैं. इनके वोटर लिस्ट से नाम हटाये जाये क्योंकि ये संभवतया रोहिंग्या है.
'स्क्रूटनी के बाद की जाएगी अग्रिम कार्रवाई'
इसी दौरान SIR के काम के समय यह पाया गया कि इनके वोटर लिस्ट में नाम हैं और कुछ वोटर की मैपिंग अन्य जनपद से हुई है. हम इस मामले की जांच कर रहे हैं और पुलिस एवं अन्य एजेंसियों को भी जांच के लिए हमने रेफर किया है. तथ्यों के आधार पर प्रत्येक की स्क्रूटनी कराई जा रही है. जिसके बाद अग्रिम कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी.
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Source: IOCL






















