मुरादाबाद में साइबर ठगी का भंडाफोड़! फर्जी क्रिकेट ट्रायल के नाम पर 500 युवाओं से लाखों की ठगी, आरोपी गिरफ्तार
Moradabad News: समीर खान ने इंस्टाग्राम पर फर्जी आईडी बनाकर नेशनल क्रिकेट कैंप और आईपीएल ट्रायल 2025 के नाम पर भ्रामक पोस्ट डालकर युवाओं को निशाना बनाया. अब तक 500 से ज्यादा को शिकार बनाया.

उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश करते हुए समीर खान को गिरफ्तार किया है. आरोपी इंस्टाग्राम पर फर्जी क्रिकेट एकेडमी बनाकर और आईपीएल व भारतीय क्रिकेट टीम में ट्रायल दिलाने का झांसा देकर देशभर के युवाओं से लाखों रुपये की ठगी कर रहा था. मुरादाबाद साइबर क्राइम सेल ने दबिश देकर आरोपी को धर दबोचा और उसके कब्जे से सात मोबाइल, तीन बैंक पासबुक, सात चेकबुक, 15 एटीएम कार्ड, 16 सिम कार्ड, और 43,500 रुपये नकद बरामद किए हैं.
पुलिस के मुताबिक आरोपी समीर खान शहर के आजादनगर का निवासी है. बेरोजगार होने के कारण वह साइबर ठगी के एक ऑनलाइन गिरोह के संपर्क में आ गया. उसने इंस्टाग्राम पर फर्जी आईडी बनाकर नेशनल क्रिकेट कैंप और आईपीएल ट्रायल 2025 के नाम पर भ्रामक पोस्ट डालकर युवाओं को निशाना बनाया. वह व्हाट्सएप के जरिए संपर्क कर ट्रायल फीस और किट के नाम पर पैसे मांगता था. पुलिस के अनुसार, समीर ने करीब 500 लोगों को ठगा, और उसके एक बैंक खाते से 17 लाख रुपये का लेन-देन सामने आया है.
पुलिस की कार्रवाई और बरामदगी
मुरादाबाद साइबर क्राइम पुलिस को कई राज्यों से शिकायतें मिलने के बाद कार्रवाई शुरू की गई. 27 अगस्त को नितिन कुमार की शिकायत पर मुकदमा अपराध संख्या 015-2025 के तहत बीएनएस की धारा 318(4), 336(2), और 66डी आईटी एक्ट में केस दर्ज किया गया. साइबर क्राइम सेल ने कार्रवाई करते हुए समीर खान को गिरफ्तार किया. एसपी क्राइम सुभाष गंगवार ने बताया कि आरोपी के सात बैंक खातों की जांच चल रही है जिसमें ठगी की रकम करोड़ों तक पहुंच सकती है.
बरामद सामान में शामिल हैं:
- 7 मोबाइल फोन
- 3 बैंक पासबुक
- 7 चेकबुक
- 15 एटीएम कार्ड
- 16 सिम कार्ड
- 43,500 रुपये नकद
सपनों के नाम पर ठगी का धंधा
पुलिस पूछताछ में समीर खान ने कबूल किया कि वह पिछले कई महीनों से फर्जी यूजर आईडी और यूपीआई के जरिए ठगी कर रहा था. वह युवाओं के क्रिकेटर बनने के सपने का फायदा उठाकर उन्हें झांसे में लेता था. एक शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने 1680 रुपये ट्रायल फीस के नाम पर ट्रांसफर किए, जिसके बाद आरोपी ने फर्जी दस्तावेज भेजे.
सिंडिकेट की जांच शुरू
मुरादाबाद पुलिस अब इस साइबर ठगी नेटवर्क के अन्य सदस्यों का पता लगाने में जुटी है. एसपी क्राइम सुभाष गंगवार ने कहा कि पुलिस अन्य राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर इस रैकेट की गहराई तक जांच कर रही है. साथ ही लोगों से अपील की गई है कि वे ऑनलाइन ट्रायल, कैंप, या नौकरी के लालच में आने से बचें और संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें.
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Source: IOCL






















