गाजियाबाद में बनी थी मेरठ में शराब सेल्समैन से लूट की योजना, पुलिस मुठभेड़ में तीन बदमाश गिरफ्तार
Meerut Crime News: मेरठ में बीते दिनों शराब के सेल्समैन से बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था. लूट में शामिल बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उनके पास से लूट की चीजें बरामद की है.
Meerut News Today: मेरठ में बीते दिनों एक शराब सेल्समैन के साथ बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था. इस घटना के बाद पुलिस ने पीड़ित सेल्समैन की तहरीर पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की. जांच के बाद पुलिस ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
पुलिस के मुताबिक, शराब सेल्समैन से लूट की योजना गाजियाबाद में बनी थी. मेरठ के बदमाश गाजियाबाद में लूट की योजना बनाने पहुंचे थे. वह लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए उस दिन का इंतजार कर रहे थे जब कैश ज्यादा होगा. आखिर बदमाशों को कैसे पता चला कि आज कैश ज्यादा है? ये कहानी भी बहुत दिलचस्प है.
बदमाशों ने इस लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए विशेष प्लान बनाया था. पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए कड़ी मशक्कत की और रात दिन एक कर दिया. काफी तलाश के बाद आखिरकार पुलिस की बदमाशों से मुठभेड़ हो गई. पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी, पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश घायल हो गया और उसके साथी भी हत्थे चढ़ गए.
पुलिस को देख चलाई गोली
मेरठ में 16 अक्टूबर को शराब के ठेके के सेल्समैन अंकुर सोम से लूट करने वाला बदमाश सौरभ किसी दूसरी वारदात को अंजाम देने जा रहा था. कंकरखेड़ा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली तो उन्होंने घेराबंदी शुरू कर दी. पुलिस को देखते ही सौरभ गुर्जर ने फायरिंग शुरू कर दी, इसके बाद पुलिस ने बदमाशों को चारों तरफ से घेर लिया.
खिर्वा फ्लाई ओवर के पास मुठभेड़ में एक गोली सौरभ के पैर में लग गई. गोलीबारी बंद हुई तो सौरभ गुर्जर खून से लथपथ पड़ा था, जिसे पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया. पूछताछ में उसने हरित, सुमित और मनेन्द्र का नाम बताया. पुलिस ने हरित और मनेन्द्र को भी गिरफ्तार कर लिया.
ठेके के कर्मचारी ने की मुखबिरी
मेरठ पुलिस ने तीन बदमाश तो पकड़ लिए थे, लेकिन सवाल था कि आखिर सौरभ गुर्जर को कैसे पता चला कि सेल्समैन अंकुर सोम ज्यादा कैश लेकर जाएगा. इस पर पुलिस ने और सख्ती की तो मुखबिरी करने वाला सामने आ गया. उसका नाम था मनेन्द्र. मनेन्द्र शराब के ठेके पर नौकरी करता था और उसकी हरित से दोस्ती थी.
हरित कुछ दिन पहले जेल गया था, जेल में उसकी सौरभ गुर्जर से दोस्ती हो गई. हरित को पैसों की जरूरत थी तो उसने मनेन्द्र से जिक्र किया. मनेन्द्र ने सेल्समैन अंकुर सोम से लूट की सलाह दी. 16 अक्टूबर को मनेन्द्र ने ही बताया कि अंकुर पैसे लेकर निकल गया है.
इसके बाद सौरभ, हरित और सुमित ने लूट की वारदात को अंजाम दिया. शुरू में पांच लाख की लूट बताई गई, लेकिन कुछ पैसा ऑनलाइन जमा होने पर करीब दो लाख 90 हजार की लूट की बात सामने आई. बदमाशों ने लूट के पैसों से ब्रांडेड कपड़े और एक मोबाइल फोन भी खरीदा.
अजय ने उपलब्ध कराई थी बाइक
इस लूट में सुमित के एक साथी ने भी बड़ी भूमिका निभाई. 7 अक्टूबर को हरित का दोस्त सुमित और सौरभ गाजियाबाद गए थे. इन दोनों को गाजियाबाद में सुमित के दोस्त अजय ने लूट के लिए बाइक का इंतजाम किया था.
सुमित जब बाइक लेकर मेरठ पहुंचा तो उसने लूट की वारदात को अंजाम देने का प्लान तैयार कर लिया. इसके बाद सौरभ गुर्जर, सुमित और हरित ने सुनियोजित ढंग से बीते 16 अक्तूबर को लूट की वारदात को अंजाम दिया.
एसपी सिटी ने किया खुलासा
पुलिस मुठभेड़ में घायल सौरभ गुर्जर को अस्पताल में भर्ती कराया गया. लूट के लिए मुखबिरी करने वाले मनेन्द्र और उसके साथी हरित को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पुलिस को सुमित और अजय की तलाश है. इन बदमाशों के कब्जे से एक लाख तीन हजार रुपये, लूट की रकम से खरीदा गया मोबाइल फोन, तमंचा, खोखे, कारतूस और बाइक बरामद की है.
एसपी सिटी ने बताया कि ठेके पर काम करने वाले मनेन्द्र ने लूट के लिए मुखबिरी की थी और जिसके बाद बदमाश लूट की वारदात को अंजाम देने में कामयाब रहे थे. लूट के बाद बदमाशों ने खरीदारी की थी.
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