महाकुंभ में पेशवाई और शाही स्नान का बदला जाएगा नाम, अखाड़ा परिषद की बैठक में प्रस्ताव पास
Prayagraj Kumbh Mela 2025: अखाड़ा परिषद की बैठक में सबसे प्रमुख प्रस्ताव महाकुंभ में संतों की पेशवाई और शाही स्नान से जुड़ा हुआ था. बैठक में कहा गया कि यह शब्द फारसी और उर्दू भाषा के हैं.
Kumbh Mela 2025: प्रयागराज महाकुंभ को लेकर साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक आज लगातार दूसरे दिन भी संगम नगरी प्रयागराज में हुई. आज की बैठक में भी संत महात्माओं ने कई अहम प्रस्ताव पास किए. अखाड़ा परिषद ने आज मुख्य रूप से महाकुंभ में निकलने वाली पेशवाई और संतों के शाही स्नान का नाम बदलने का प्रस्ताव पारित किया.
इसके साथ ही गाय को राष्ट्र माता घोषित किए जाने और लव जिहाद व धर्मांतरण को लेकर कानून और सख्त किए जाने, महाकुंभ क्षेत्र में मांस मदिरा की दुकानों को प्रतिबंधित किए जाने, मठ मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त किए जाने, महाकुंभ में गंगा की धारा अविरल व निर्मल किए जाने और आस्था के मेले में अखाड़ों को मिलने वाली जमीन व दूसरी सुविधाएं बढ़ाए जाने की मांग के प्रस्ताव पारित किए गए.
अखाड़ा परिषद की बैठक का आज दूसरा दिन था. आज की बैठक भी निरंजनी अखाड़े के मुख्यालय दारागंज में हुई. बैठक की अध्यक्षता अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने की. इस बैठक में महामंत्री हरि गिरि समेत तमाम अखाड़े के पदाधिकारी और दूसरे प्रमुख संत मौजूद थे. अखाड़ा परिषद की बैठक में कल भी ग्यारह महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास किए गए थे. दोनों दिन पास हुए प्रस्तावों को कल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ होने वाली बैठक में रखा जाएगा. अखाड़े के प्रतिनिधियों की कल सुबह ग्यारह बजे सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक होनी है.
गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिए जाने की उठी मांग
अखाड़ा परिषद की आज दूसरे दिन की बैठक में सबसे प्रमुख प्रस्ताव महाकुंभ में संतों की पेशवाई और शाही स्नान से जुड़ा हुआ था. बैठक में कहा गया कि यह शब्द फारसी और उर्दू भाषा के हैं. सनातन धर्म की आस्था के मेले में दूसरे धर्म की भाषाओं से जुड़े शब्दों का प्रयोग उचित नहीं है. इन्हें बदलकर उनकी जगह संस्कृत भाषा के शब्दों को जगह मिलनी चाहिए. इसके साथ गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिए जाने की मांग भी की गई. कहा गया कि जिस तरह से महाराष्ट्र की सरकार ने गाय को राष्ट्रीय माता घोषित किया है, उसी तरह से उत्तर प्रदेश समेत दूसरे राज्यों को भी यह फैसला ले लेना चाहिए.
सीएम योगी का प्रयागराज में 6 अक्टूबर को दौरा
गौरतलब है कि महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को प्रयागराज आ रहे हैं. यहां अखाड़ों के संत महात्माओं के साथ उनकी बैठक होनी है. सीएम योगी के साथ होने वाली बैठक से पहले अखाड़ा परिषद का एक गुट पिछले दो दिनों से प्रयागराज में बैठक कर रहा है.
महाकुंभ में हों श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
इस बैठक में महाकुंभ में अखाड़े के संतों को मिलने वाली सुविधाओं को बढ़ाए जाने के साथ ही श्रद्धालुओं के लिए भी बेहतर सुविधाएं किए जाने के प्रस्ताव पारित किए गए हैं. आज दूसरे दिन हुई बैठक में संतों की तरफ से एक बार फिर यह मांग उठाई गई कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए. कोई भी गलत आदमी मेले में दाखिल न होने पाए, इसलिए सभी के लिए आधार व पहचान के दूसरे कार्ड अनिवार्य कर दिए जाने चाहिए.
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