बापू के इस फैन के बारे में जानकर दंग रह जाएंगे आप, तस्वीरों में देखें अनूठे म्यूजियम की दुर्लभ तस्वीरें
प्रयागराज के रहने वाले इंजीनियर के अनूठे म्यूजियम को देखने के लिए तमाम गांधी प्रेमी उनके घर आते हैं। बापू का यह फैन राष्ट्रपिता से जुड़ी चीजों के जरिये उनके विचारों व संदेशों से युवाओं को रूबरू कराने की कोशिश कर रहा है।

प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। संगम के शहर प्रयागराज में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का एक ऐसा अनूठा फैन है, जिसके पास बापू से जुड़ी तमाम स्मृतियां मौजूद हैं। देश की आजादी के लिए होने वाले संग्राम से लेकर बापू की हत्या और मौजूदा समय में बापू पर होने वाले बड़े आयोजनों की खबरें जिन अखबारों और पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं, उनकी कॉपियों से लेकर बापू पर अब तक देश में जारी सभी डाक टिकटों, अलग-अलग करेंसियों व गांधी से जुड़े तमाम दस्तावेज राष्ट्रपिता के इस अनूठे फैन के छोटे से म्यूजियम में मौजूद हैं। बापू का यह फैन राष्ट्रपिता से जुड़ी इन्हीं सामाग्रियों के जरिये उनके विचारों व संदेशों से युवाओं को रूबरू कराने की कोशिश कर रहा है।

प्रयागराज में रहने वाले बापू के इस अनूठे फैन का नाम इंजीनियर सुधीर गुप्ता है। सुधीर इलाहाबाद स्टेट युनिवर्सिटी से जुड़े कुलभाष्कर आश्रम डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर हैं और वहां इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स को पढ़ाते हैं। सुधीर बचपन से ही बापू के प्रशंसक हैं। बापू से जुड़ी सामाग्रियों को इकठ्ठा करने का शौक उन्हें पिछले तीस सालों से है।

पिछले तीस सालों में सुधीर के पास बापू से जुडी खबरें प्रकाशित करने वाले अलग-अलग भाषाओं के एक हजार से अधिक अखबार व पत्रिकाएं हैं। इनमें कई तो बेहद दुर्लभ हैं, जिनमें स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर बापू की हत्या, प्रयाग के संगम पर उनकी अस्थियों के विसर्जन और उन्हें राष्ट्रपिता का दर्जा दिए जाने की खबरों व लेख वाले अखबार और पत्रिकाएं शामिल हैं।

इसके अलावा राष्ट्रपिता पर अब तक देश में जितने डाक टिकट व अलग-अलग रकम की करेंसी जारी हुई हैं, उनमे से भी ज़्यादातर इंजीनियर सुधीर के छोटे से म्यूजियम में मौजूद हैं। सैकड़ों की तादात में डाक कवर व दूसरी डाक सामाग्रियां भी सुधीर के म्यूजियम में चार चांद लगा रहे हैं। उनके खजाने में चार्ली चैपलिन और पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू के साथ बापू पर जारी डाक कवर भी मौजूद है। इसके अलावा बापू पर लिखी गई तमाम किताबें व सामाग्रियां भी उनके पास हैं। इनमे से कुछ तो उन्हें अपने दिवंगत पिता से विरासत में मिली हैं।

इंजीनियर सुधीर के इस अनूठे म्यूजियम को देखने के लिए तमाम शोध छात्र व दूसरे गांधी प्रेमी उनके घर आते हैं। राष्ट्रीय पर्वों के साथ ही बापू के शहादत दिवस जैसे खास मौकों पर वह अलग- अलग स्कूल कॉलेजों में राष्ट्रपिता से जुड़ी सामग्रियों की प्रदर्शनी भी लगाते हैं। उनका इरादा बापू से जुड़े इन अनूठे कलेक्शन्स का ऐसा म्यूजियम तैयार करने का है, जिसमें आकर लोग बापू के विचारों व संदेशों से प्रेरणा ले सकें।

इंजीनियर सुधीर का मानना है कि युवाओं को इस वक्त बापू के अहिंसा व शांति के विचारों और उनके स्वच्छता व दूसरे संदेशों को समझकर उसपर अमल करने की बेहद जरूरत है और वह अपने कलेक्शन्स के जरिये इसी कोशिश में लगे हुए हैं।

देश जब बापू की 15दवीं जयंती मना रहा है तो ऐसे समय में इंजीनियर सुधीर के यह कलेक्शन लोगों को गांधी के विचारों व आदर्शों से रूबरू करा रहे हैं और साथ ही युवाओं को राष्ट्रपिता के सिद्धांतों को अपनाने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं।
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