Kannauj: दिव्यांग बच्चों के लिए 17 करोड़ में बनाई स्कूल, तैनात किए प्रिंसिपल लेकिन छात्र नदारद, जानें वजह
UP News: उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के सीएम रहते हुए कन्नौज में एक स्कूल के निर्माण को हरी झंडी दी गई थी लेकिन चार साल बाद भी इस स्कूल में पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई है.

Kannauj News: यूपी के कन्नौज (Kannauj) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की सरकार में दिव्यांग बच्चों के लिए स्कूल निर्माण की अनुमति मिली थी. इसके लिए 17 करोड़ रुपये भी आबंटित किए गए थे. 2015 से इस स्कूल के भवन का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था. 2019 में भवन को दिव्यांग कल्याण विभाग को शैक्षिक कार्य के लिए सौंप दिया गया. आरोप है कि विभाग ने स्कूल में दिव्यांग छात्र-छात्राओं को पढ़ने-रहने की व्यवस्था नहीं की लेकिन एक प्रिंसिपल की नियुक्ति जरूर कर दी गई.
स्कूल के शैक्षिक भवन में गंदगी का अम्बार, धूल खाती कुर्सी और मकड़ी के जालों से ढंकी बेड नजर आई. साफ-सफाई केवल प्रिंसिपल के कक्ष में नजर आई. देखने को मिली. एक साल पहले स्कूल में प्रिंसिपल की नियुक्ति हुई और सरकार लगातार तनख्वाह दे रही है लेकिन स्कूल बनाने का उद्देश्य नहीं पूरा हुआ. छिबरामऊ विधानसभा से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक अरविंद सिंह यादव ने बताया कि बीजेपी विकास की बड़ी-बड़ी बातें करती है लेकिन समाजवादी सरकार में दिव्यांग छात्र-छात्राओं के उत्थान के लिए बनाए गए समेकित विशेष माध्यमिक स्कूल को अभी शुरू नहीं किया जा सका है. दिव्यांग बच्चों के लिए यह पहला आवासीय स्कूल है.
2019 में भवन विभाग को हैंड-ओवर किया गया था स्कूल
दिव्यांग कल्याण अधिकारी तनुज त्रिपाठी ने बताया कि 2014 में भवन का निर्माण कार्य 17 करोड़ रुपये की लागत से शुरू हो गया था. 2019 में भवन विभाग को हैंडओवर कर दिया था. इस वित्तीय वर्ष में फर्नीचर आया है. अगले वित्तीय वर्ष में स्कूल को शुरू की तैयारी चल रही है. उन्होंने बताया कि स्कूल में 450 छात्र-छात्राओं के शिक्षण की व्यवस्था की गई है. साथ ही 50-50 दिव्यांग छात्र-छात्राओं के रहने के लिए छात्रावास बनाए गए हैं. जिले के दिव्यांग बच्चों को शिक्षा के लिए दूर-दूर तक जाना पड़ता था. इस स्कूल के बन जाने से यह समस्या ख़त्म हो जाएगी. उन्होंने बताया कि स्कूल में प्रिंसिपल की नियुक्ति कर दी गई है लेकिन शिक्षकों के अभाव में स्कूल संचालन में दिक्कत आई.
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Source: IOCL





















