जयाप्रदा ने दी आजम खान के चुनाव को चुनौती, हाईकोर्ट ने जारी किया नोटिस
आजम खान और उनके बेटे का कहना है कि जमीन उन्होंने पैसे देकर खरीदी है और वो उसके मालिक हैं लेकिन पुलिस का कहना है कि जांच में कुछ जमीन के गाटे ऐसे पाए गये हैं जिस जमीन की रजिस्ट्री नहीं की गयी है।

प्रयागराज, एबीपी गंगा। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रामपुर के सांसद मोहम्मद आजम खान व अन्य को नोटिस जारी किया है। यह नोटिस बीजेपी प्रत्याशी जयाप्रदा की चुनाव याचिका पर जारी किया गया है। याचिका पर अगली सुनवाई 21 अगस्त को होगी। यह आदेश न्यायमूर्ति एसडी सिंह ने दिया है। याची वकील के आर सिंह का कहना है कि याची ने दो आधारों पर आजम खान के चुनाव को चुनौती दी है।
ये हैं आधार
याची का पहला आधार ये है कि उन्होंने जौहर विश्वविद्यालय रामपुर के कुलाधिपति के लाभ के पद पर रहते हुए लोकसभा चुनाव लड़ा। कानून के तहत वे लाभ का पद रखते हुए चुनाव नहीं लड़ सकते। दूसरा आधार यह है कि उन्होंने धार्मिक आधार पर भावनाएं भड़का कर वोट मांगा। इन दोनों आधारों पर चुनाव निरस्त किया जाए।
जमीन कब्जाने का आरोप
बता दें कि इससे अलग आजम खान और उनके करीबी रिटायर्ड सीओ आले हसन के खिलाफ लोगों को डरा-धमकाकर उनकी जमीन कब्जाने के आरोपों में अब तक 13 मुक़दमे दर्ज हो चुके हैं। अब रामपुर के ही लोग आज़म खान के खिलाफ सड़कों पर उतर आये हैं। रामपुर में आज़म खान का विरोध बढ़ता ही जा रहा है। नौबत ये आ चुकी है कि आजम खान के विरोधी और समर्थक सड़कों पर आमने सामने हैं जिसकी वजह से रामपुर की कानून व्यवस्था संभालने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
क्या कहती है पुलिस
आजम खान और उनके बेटे का कहना है कि जमीन उन्होंने पैसे देकर खरीदी है और वो उसके मालिक हैं लेकिन पुलिस का कहना है कि जांच में कुछ जमीन के गाटे ऐसे पाए गये हैं जिस जमीन की रजिस्ट्री नहीं की गयी है और वो आजम खान की यूनिवर्सिटी के अंदर मिला लिए गये हैं।

अखिलेश ने कमेटी का किया गठन
अखिलेश यादव ने आजम खान के खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए कमेटी का गठन किया है। कमेटी गठन के बाद कांग्रेस ने अखिलेश यादव को शुक्रिया कहा। कांग्रेस नेता फैजल खान ने अखिलेश के इस फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि जांच कमेटी को रामपुर जाकर पीड़ित परिवारों से भी मिलना चाहिए। आजम खान यूपी के रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद हैं।
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Source: IOCL






















