अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में होली मिलन समारोह आयोजन की नहीं मिली अनुमति, चेतावनी दी
Aligarh News: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में होली मिलन समारोह मनाने की अनुमति नहीं मिलने पर हिंदू छात्रों में आक्रोश फैल गया है. छात्रों ने इस मामले को पीएम मोदी के संज्ञान में लाने की बात कही है.

Holi 2025: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हिंदू छात्रों को प्रॉक्टर द्वारा होली मिलन समारोह के आयोजन की अनुमति न देने से हिंदू छात्रों मे आक्रोश फैल गया. छात्रों ने मीटिंग के दौरान हुई बातचीत के ऑडियो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी. साथ ही हिंदू छात्रों ने यह मामला देश के प्रधानमंत्री की संज्ञान में लाने की चेतावनी दी. वही इस मामले पर एएमयू प्रॉक्टर ने कहा कि एक विशेष आयोजन के लिए एक विशेष जगह पर परमिशन की बात की गई थी. जिसके पक्ष में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी नहीं है.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले हिंदू छात्रों को होली मिलन समारोह के आयोजन की अनुमति नहीं देने पर मंगलवार को हिंदू छात्रों मे आक्रोश पनप गया. हिंदू छात्रों ने कहा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में एएमयू को मिनी इंडिया बताया था. बावजूद इसके एएमयू प्रशासन हिंदू छात्रों के साथ भेदभाव की नीति अपना रहा है. ऐसे मे हिंदू छात्रों को किसी मजहब के धार्मिक आयोजनों से कोई आपत्ति नहीं है. एएमयू परिसर के हाल में रोजा इफ्तार पार्टी करने के साथ चेहल्लुम का आयोजन करने के अलावा ताजिये निकाले जाते हैं. वही हिंदू छात्रों ने होली मिलन समारोह की अनुमति नहीं मिलने पर पूरा मामला हिंदू छात्रों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संज्ञान में लाने की चेतावनी दी है.
होली मिलन समारोह को नहीं मिली मंजूरी
एएमयू के मास्टर्स के छात्र अखिल कौशल ने बताया कि हिंदू छात्रों ने 25 फरवरी 2025 को एएमयू के प्रॉक्टर के जरिए एएमयू वाइस चांसलर के नाम एक पत्र सौंप कर आगामी 9 मार्च 2025 को एएमयू के एनआरएससी क्लब में होली मिलन समारोह आयोजन करने की अनुमति मांगी थी. इसको लेकर एएमयू की वाइस चांसलर ने प्रोफेसर समेत कई डीन की हाई लेवल मीटिंग बुलाई थी. इस संबंध में 3 मार्च 2025 को जब हिंदू छात्र दोबारा प्रॉक्टर वसीम अली से मिले. तो उन्हें बताया गया मीटिंग में ये डिसाइड किया गया कि हिंदू छात्रों को एएमयू में होली मिलन समारोह के आयोजन की अनुमति नहीं दी जाएंगी.
छात्र ने बताया कि कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म से उन्हें जानकारी हुई की एएमयू के प्रॉक्टर वसीम अली अपने इस बयान से पलट रहे हैं और इस मामले में लिखित जवाब देने से भी इनकार कर रहे हैं. हालांकि मीटिंग में हुई चर्चा का ऑडियो और वीडियो उनके पास मौजूद है. जिस ऑडियो और वीडियो में क्लियर यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि एएमयू के एनआरसी क्लब में 9 मार्च 2025 को होली मिलन समारोह के आयोजन को लेकर हिंदू छात्रों द्वारा एक पत्र दिया गया था. जिस पत्र पर एएमयू इंतजामिया प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया.
हिंदू छात्र अखिल कौशल ने एएमयू इंतजामिया से सवाल करते हुए कहा कि एएमयू के हर डिपार्टमेंट और हर हॉस्टल में इफ्तार पार्टी का आयोजन होता है. ऐसे मे उन्होंने तो सिर्फ एक बार एक ही जगह पर एएमयू में होली मिलन समारोह के आयोजन की अनुमति मांगी थी. जिसके चलते कुछ लोगों को इसमें आपत्ति है. जबकि एएमयू में ईद मिलादुद्दीन नबी का जुलुस मोहर्रम का जुलूस के साथ ही चेहल्लुम का जुलूस निकाले जाने के साथ ही अन्य धर्म के धार्मिक आयोजन किए जाते हैं. हालांकि हिंदू छात्रों को एएमयू में निकाले जाने वाले किसी भी जुलूस से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है.
फिर हिंदू छात्रों को होली मिलन समारोह के आयोजन से क्यों रोका जा रहा है. जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में एएमयू को मिनी इंडिया बोला था तो इंडिया अपने सेक्युलरिज्म समेत सभी धर्म के सम्मान करने के बारे में इंडिया जाना जाता है. ऐसे मे अगर एएमयू की वाइस चांसलर प्रोफेसर नईमा खातून एएमयू को मिनी इंडिया मानती है. तो उनको सभी धर्म का सम्मान रखते हुए उनके आयोजन की अनुमति देनी चाहिए. अगर उनको होली मिलन समारोह के आयोजन करने की अनुमति नहीं दी गई. इस मामले को लेकर हिंदू छात्रों द्वारा एक पत्र देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम लिखकर मामला उनकी संज्ञान में लाया जाएगा.
क्या कहता है एएमयू प्रशासन
एएमयू प्रॉक्टर वसीम अली का कहना है कि 26 फरवरी को एएमयू कुलपति नईमा खातून के नाम होली से संबंधित विशेष आयोजन के लिए एक पत्र उनको मिला था. जिस पत्र को उनके द्वारा वाइस चांसलर को भेज दिया गया. चुकी लिखा गया पत्र एक विशेष आयोजन के लिए था. जबकि यूनिवर्सिटी के भीतर ऐसे कार्यक्रम के आयोजन को लेकर कभी कोई अनुमति नहीं दी गई है. इसीलिए यूनिवर्सिटी ने अपने स्टेटस को मेंटेन रखा है.
हालांकि यूनिवर्सिटी में लड़के हमेशा से होली खेलते हुए आ रहे हैं और हमेशा होली खेलते रहेंगे. लड़के अपने हाल, हॉस्टल और कमरों समेत डिपार्टमेंट पर पिछले वर्षों की भांति होली मनाते रहेंगे. लेकिन एक विशेष आयोजन के लिए और एक विशेष जगह पर परमिशन की बात की गई थी. जिस के पक्ष में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी नहीं है.
ये भी पढ़ें: सपा विधायक का शायराना अंदाज, कहा- 'सड़कों पर गढ्ढे, गलियों में अंधेरा, फिर भी कह रहे, शहर बन रहा सुनहरा'
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























