फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले रैकेट का भंडाफोड़, CRS पोर्टल करते थे हैक
UP News: एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि यह मामला 4 जुलाई 2025 को सामने आया था, जब ग्राम विकास अधिकारी टड़ियावां राजीव श्रीवास्तव ने टड़ियावां थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी.

हरदोई में पुलिस ने फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में लखनऊ का अभिषेक गुप्ता, कुशीनगर का धर्मेंद्र मद्धेशिया और बिहार के सहरसा का रूपेश कुमार शामिल है. इन लोगों ने तमाम फर्जी जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए थे.
इस मामले का खुलासा करते हुए एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि यह मामला 4 जुलाई 2025 को सामने आया था, जब ग्राम विकास अधिकारी टड़ियावां राजीव श्रीवास्तव ने टड़ियावां थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी. इस शिकायत में उन्होंने बताया था कि किसी ने CRS पोर्टल पर उनकी आईडी हैक कर ली है. हैकर्स ने अपनी आईडी और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर कई फर्जी प्रमाण पत्र जारी किए हैं.
10 हजार में सीआरएस पोर्टल की लॉगिन आईडी बेची
मुकदमा दर्ज कर इस प्रकरण में जांच शुरू की गई तो पुलिस जांच में पता चला कि धर्मेंद्र मद्धेशिया जनसुविधा केंद्र चलाता था. उसे व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए अभिषेक ने प्रस्ताव दिया. अभिषेक और रूपेश ने धर्मेंद्र को 10,000 रुपये में सीआरएस पोर्टल की लॉगिन आईडी बेची.
200-250 रुपये में फर्जी प्रमाण पत्र बनाने किए थे शुरू
इसके बाद धर्मेंद्र ने 200-250 रुपये में फर्जी प्रमाण पत्र बनाने शुरू कर दिए. पुलिस ने आरोपियों से एक लैपटॉप, चार मोबाइल फोन, चार फर्जी प्रमाण पत्र और पोर्टल की यूजर आईडी-पासवर्ड की कॉपी बरामद की है.
बेनीगंज और टडियावां थाने की संयुक्त टीम ने की कार्रवाई
मुख्य आरोपी अभिषेक पर पहले भी उन्नाव में साइबर क्राइम का मामला दर्ज है. बेनीगंज और टडियावां थाने की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की. टीम में प्रभारी निरीक्षक संजय सिंह, थानाध्यक्ष शिवनारायण सिंह और उप-निरीक्षक व्यास यादव शामिल थे.
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