गोरखपुर को बड़ा तोहफा देने वाले हैं सीएम योगी, 4 हजार से ज्यादा को मिलेगी नौकरी, 6 अप्रैल को उद्घाटन
प्लांट से 4,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. इसके अलावा, यह ग्रीन एनर्जी के रूप में नई पहचान देने वाला प्रोजेक्ट साबित होगा.

उत्तर प्रदेश देश में एथेनॉल उत्पादन में नंबर-1 राज्य बन चुका है और अब गोरखपुर को इसका बड़ा केंद्र बनाने की तैयारी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में जिले में तीन बड़े एथेनॉल प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं. इनमें से पहला गीडा (गोरखपुर इंडस्ट्रियल डेवेलपमेंट अथॉरिटी) में बनकर तैयार हो चुका है, जिसका उद्घाटन 6 अप्रैल को मुख्यमंत्री के हाथों होगा.
गीडा में देश का बड़ा एथेनॉल प्लांट तैयार
गीडा के सेक्टर-26 में 1200 करोड़ रुपये की लागत से बना एथेनॉल प्लांट पूरी तरह तैयार है. यह प्लांट मेसर्स केयान डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड का है. इसका शिलान्यास 12 अगस्त 2023 को सीएम योगी ने किया था और अब यह उत्पादन के लिए तैयार है.
केयान डिस्टिलरी के प्रबंध निदेशक विनय सिंह के अनुसार, इस प्लांट में चावल और मक्का से एथेनॉल बनाया जा रहा है. पहले चरण में 3 लाख लीटर प्रतिदिन की उत्पादन क्षमता शुरू हो गई है. तीन चरणों में विस्तार के बाद यह क्षमता बढ़कर 10 लाख लीटर प्रतिदिन तक पहुंच जाएगी. इस प्लांट में बनने वाले एथेनॉल की बिक्री के लिए इंडियन ऑयल के साथ पहले ही करार हो चुका है.
इस प्लांट से 4,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. इसके अलावा, यह ग्रीन एनर्जी के रूप में गोरखपुर को नई पहचान देने वाला प्रोजेक्ट साबित होगा.
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पिपराइच चीनी मिल में भी होगा एथेनॉल उत्पादन
योगी सरकार ने पिपराइच चीनी मिल में भी एथेनॉल उत्पादन शुरू करने की योजना बनाई है. वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में इसके लिए 90 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
इस मिल में गन्ने के रस से सीधे एथेनॉल बनाने का प्लांट लगाया जाएगा, जिसकी उत्पादन क्षमता 60,000 लीटर प्रतिदिन होगी. इससे गन्ना किसानों को गन्ने का त्वरित भुगतान मिलने में मदद मिलेगी और गन्ने की बर्बादी भी रुकेगी.
धुरियापार में भी बनेगा एथेनॉल प्लांट
गोरखपुर जिले के धुरियापार में भी एथेनॉल उत्पादन की तैयारी चल रही है. यहां इंडियन ऑयल का बायो फ्यूल कॉम्प्लेक्स बन रहा है, जहां पहले चरण में 165 करोड़ रुपये की लागत से कम्प्रेस्ड बायो गैस (CBG) प्लांट शुरू हो चुका है. अब इसके दूसरे चरण में एथेनॉल उत्पादन प्लांट लगाया जाएगा.
गोरखपुर बनेगा ग्रीन एनर्जी का केंद्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि गोरखपुर को ग्रीन एनर्जी का हब बनाया जाए. इसी दिशा में एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है. यह जैव ईंधन न केवल पर्यावरण को बचाने में मदद करेगा, बल्कि पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता भी कम करेगा.
योगी सरकार के इन प्रयासों से गोरखपुर जल्द ही पूर्वी उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा एथेनॉल उत्पादक क्षेत्र बन जाएगा. इससे स्थानीय किसानों, उद्यमियों और बेरोजगारों को बड़ा लाभ मिलेगा.
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Source: IOCL
























