NAAC मामले में विश्वविद्यालय की छवि खराब होने पर GL Bajaj कॉलेज से निलंबित हुए डॉ. मानस कुमार मिश्रा
UP News: ग्रेटर नोएडा में घूस लेकर शिक्षण संस्थानों को ए रेटिंग देने के मामले में सीबीआइ जीएल बजाज कॉलेज पहुंची थी. ऐसे में संस्थान ने सपष्ट करते हुए कहा इस घोटाले में संस्थान प्रशासन का संबंध नहीं.

Noida News: ग्रेटर नोएडा में घूस लेकर शिक्षण संस्थानों को ए रेटिंग देने के मामले में सीबीआइ जीएल बजाज कॉलेज पहुंची थी. यहां से टीम ने मामले में गिरफ्तार कालेज के डायरेक्टर मानस कुमार मिश्रा के लॉकर से कुछ दस्तावेज ले गई थी. इस मामले में जीएल बजाज संस्थान ने अपनी पारदर्शिता और नैतिक मूल्यों को प्राथमिकता देते हुए डॉ. मिश्रा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
जीएल बजाज के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने इस संबंध में प्रेसवार्ता की. उन्होंने कहा कि मानस कुमार मिश्रा कालेज में दो वर्षों से डायरेक्टर थे. वह कुछ दिनों पहले मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (नैक) की ओर से बतौर निरीक्षक आंध्र प्रदेश के गुंटूर स्थित केएल विश्वविद्यालय गए. उनके अलावा सात अन्य शैक्षणिक संस्थानों से भी निरीक्षक गए थे. उन्हें वहां भेजने या निरीक्षक नियुक्त करने में कालेज प्रबंधन की कोई भूमिका नहीं है.
जीएल बजाज का इस घोटाले से कोई संबंध नहीं- संस्थान प्रशासन
संस्थान ने अपने स्पष्टीकरण में स्पष्ट किया है कि जीएल बजाज का इस घोटाले से कोई संबंध नहीं है. जीएल बजाज के वाइस प्रेसिडेंट पंकज अग्रवाल ने एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर कहा कि वह हमेशा उच्च नैतिक मानकों और पारदर्शिता के लिए प्रतिबद्ध रहा है और इसीलिए प्रशासनिक सुचारूता बनाए रखने के लिए प्रोफेसर आर.के. मिश्रा को कार्यवाहक निदेशक नियुक्त किया गया है.
शनिवार दोपहर सीबीआइ की पांच सदस्यीय टीम कालेज पहुंची तो इस प्रकरण की जानकारी हुई. सीबीआइ टीम ने यहां मानस मिश्रा के लॉकर समेत अन्य अलमारियों की करीब आधा घंटे तलाशी कर कुछ दस्तावेज अपने साथ ले गई थी. कालेज आने से पहले टीम उनके घर पर भी गई थी. इसके बाद शनिवार शाम को ही बोर्ड की बैठक कर मानव मिश्रा को डायरेक्टर के पद से निलंबित कर दिया गया. उनके स्थान पर आरके मिश्रा को डायरेक्टर बनाया. मानस मिश्रा पहले भी एक बार नैक की ओर से निरीक्षक के तौर पर शामिल हुए थे.
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Source: IOCL