आजम खान के बाद अब इरफान सोलंकी की रिहाई, 33 महीने बाद जेल से बाहर आए पूर्व सपा विधायक
Irfan Solanki News: पूर्व सपा विधायक इरफान सोलंकी के जेल के बाहर आने पर सपा के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का भारी जमावड़ा लगा था, जिन्होंने नारों और ढोल-नगाड़ों के साथ उनका स्वागत किया.

उत्तर प्रदेश की कानपुर-सीसामऊ विधानसभा सीट से पूर्व समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक इरफान सोलंकी को मंगलवार शाम करीब 6 बजे महराजगंज जिला कारागार से रिहा कर दिया गया. करीब 33 महीनों की लंबी कैद के बाद बाहर निकलते ही सपा नेता इरफान सोलंकी ने अपनी पत्नी, सीसामऊ से वर्तमान विधायक नसीम सोलंकी, दोनों बेटों और सास खुर्शीद बेगम को गले लगाया. वहीं जेल के बाहर सपा के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का भारी जमावड़ा लगा था, जिन्होंने नारों और ढोल-नगाड़ों के साथ उनका स्वागत किया.
सपा नेता इरफान सोलंकी को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट से जुड़े मामले में जमानत दी थी. जेल प्रशासन के अनुसार इरफान सोलंकी को 22 दिसंबर 2022 को कानपुर जेल से प्रशासनिक आधार पर कड़ी सुरक्षा के बीच महराजगंज जिला कारागार में शिफ्ट किया गया था और तभी से वह वहीं कैद में थे.
महराजगंज जेल में बंद थे इरफान सोलंकी
इससे पहले सोमवार (29 सितंबर) को पूर्व सपा विधायक इरफान सोलंकी का भाई रिजवान सोलंकी कानपुर जेल से रिहा हुआ था लेकिन इरफान सोलंकी की रिहाई अटक गई थी. इरफान सोलंकी का रिहाई परवाना कानपुर जेल पहुंच गया था जबकि इरफान सोलंकी महराजगंज जेल में बंद था.
सपा नेता इरफान सोलंकी दो दिसंबर, 2022 से जेल में थे और उन पर कुल 10 मामले दर्ज थे. उपचुनाव के बाद, उनकी पत्नी नसीम सोलंकी पति की सीसामऊ सीट से विधायक चुनी गईं. हाल ही में, सपा के एक और वरिष्ठ नेता आजम खान को हाई कोर्ट के आदेश के बाद कई मामलों में लगभग दो साल की कैद के बाद सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा किया गया.
इरफान सोलंकी की रिहाई को सपा ने बताया पार्टी की जीत
इरफान सोलंकी की रिहाई पर सपा जिला अध्यक्ष विद्यासागर यादव ने इसे पार्टी की जीत बताते हुए कहा, "बीजेपी सरकार सपा नेताओं को फंसाकर जेल में रखती रही, लेकिन अदालतें सच्चाई का साथ दे रही हैं. आजम खान के बाद इरफान की रिहाई इसका प्रमाण है." महराजगंज जेल अधीक्षक वीके गौतम ने बताया कि सभी वैधानिक प्रक्रियाएं पूरी कर रिहाई सुनिश्चित की गई. सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनुजर जेल परिसर में भारी पुलिस बल तैनात था.
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