बस्ती: जॉब कार्ड में जमकर हुआ फर्जीवाड़ा, प्रधान प्रीति चौधरी पर लगा भ्रष्टाचार का आरोप
बस्ती जनपद में जॉब कार्ड में जमकर फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है. प्रधान प्रीति चौधरी पर जॉब कार्ड में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया गया है.

बस्ती जनपद में रुधौली ब्लाक के नगहरा गांव में जॉब कार्ड में जमकर फर्जीवाड़ा किया गया. यहां की प्रधान प्रीति चौधरी ने जॉब कार्ड में ऐसा भ्रष्टाचार किया कि सुनकर आपका भी सर चकरा जाए. यहां पर मज़दूरों के खाते से बिना बताए भुगतान कर लिया गया और सरकारी कर्मचारियों और दिव्यांग का भी मनरेगा मज़दूरों की लिस्ट में शामिल करके धांधली की जा रही है.
जहां प्रधानमंत्री जी गरीबों को आवास देने की बात कर रहे हैं तो वहीं ग्राम प्रधान प्रीति चौधरी उनके इस योजना पर पालिता लगा रही हैं. हमने जब कुशलावती देवी से बात की तो उन्होंने बताया कि शिक़ायत करने के बावजूद भी उन्हें आवास नहीं मिला और वो इन्ही छप्पर के मकान में रह रही हैं. अभी भी उन्हें उम्मीद है कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास मिलेगा जिसके लिए सीधे ग्राम प्रधान प्रीति चौधरी पैसे मांगने का काम कर रही हैं और देने के लिए कुशलावती देवी के पास पैसे नहीं है.
गरीबों के हक पर डाका डाला जा रहा है
हमने जब इसकी पड़ताल की तो पता चला कि गरीबों के हक पर किस तरह से डाका डाला जा रहा है. गांव के लोगों ने ग्राम प्रधान के क्रियाकलापों के बारे में बताया कि कैसे आवास देने के नाम पर पैसे मांगना और फ़र्ज़ी जॉब कार्ड बनवा कर अंगूठा लगा कर के उनके खाते से पैसे निकलवाने का काम प्रधान प्रीति चौधरी खुलेआम कर रही हैं.
वहीं जब हमने शिकायतकर्ता सुमेर सोनी से बात की तो उन्हें बताया कि हमने तहसील दिवस पर सूचना भी दी थी जिसमें अधिकारी द्वारा जांच कर कहा गया कि जिन भी लोगों ने मनरेगा का जॉब कार्ड बनवाया है वो सब सही है उसमें कुछ भी गलत नहीं है. शिकयकर्ता ने बताया कि 169 जॉब कार्ड नए बने हुए हैं जिनमें 40 लोग फ़र्ज़ी है जो सरकारी नौकरी करते हैं, चौकीदार हैं, कुछ अपंग हैं कुछ बीमार है. कुछ सऊदी रहते हैं, बाहर रहते हैं.
सीडीओ से अब तक मामले को लेकर कोई जवाब नहीं मिला
उन्होंने बताया कि प्रधान प्रीति चौधरी द्वारा अंगूठा लगवा लगवाकर खाते से पैसा निकलवा लिया गया है. बताया गया कि इसकी शिकायत विधायक संजय प्रताप जायसवाल जी से भी की गई है. उन्होंने आगे बताया कि, विधायक ने सीडीओ को पत्र लिखा साथ ही हमने भी सीडीओ को पत्र दिया है लेकिन उसका कोई जवाब नहीं मिला. कोई भी कार्यवाही नहीं हुई.
उन्होंने कहा कि गांव में जिसके पास खेत हो, कम्पैन हो, ट्रैक्टर हो जो लगान भरता हो, इसकी जांच कराई जाए. जो भी पात्र व्यक्ति हो उनको सरकारी योजना का लाभ मिले. इस मामले को लेकर सीडीओ ने बताया कि आपके द्वारा मामला संज्ञान लाया गया है, जांच कर कार्यवाही की जाएगी.
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Source: IOCL





















