Basti News: बस्ती के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अंधेरे के चलते बाहर किया मरीज का इलाज, तस्वीर वायरल
UP news: बस्ती के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विक्रमजोत में अंधेरे के चलते मरीज का इलाज बाहर स्ट्रेचर पर किया गया. इसके बाद किसी ने सोशल मीडिया पर यह तस्वीर वायरल कर दी.

Basti News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में स्वास्थ्य सुविधाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही है और एक बार फिर से हेल्थ सिस्टम को झंकझोर देने वाली तस्वीर सामने आई है. सरकारी अस्पताल में सरकार की तरफ से करोड़ों रुपए का बजट भेजा जा रहा है ताकि इलाज करवाने वाले गरीबों को किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े. लेकिन लोग अस्पतालों में अंधेरे के चलते बाहर इलाज कराने को मजबूर हैं.
दरअसल, बस्ती के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विक्रमजोत में मरीज रामसजन एक सड़क हादसे के बाद अपना इलाज करवाने के लिए पहुंचा. जब स्ट्रेचर पर लेटा कर उसके परिजन मरीज को अंदर लेकर पहुंचे तो वहां मौजूद डॉक्टरों ने मरीज को यह कहते हुए बाहर कर दिया कि यहां अंधेरा है और इलाज संभव नहीं है. इसलिए बाहर चलिए ताकि दिन के उजाले में आप का इलाज हो सके. काफी देर तक रामसजन स्ट्रेचर पर बाहर लेट रहा और डॉक्टर वहीं पर उसका इलाज करते रहे जिसकी तस्वीर किसी ने खींचकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी.
मरीजों को करना पड़ता है परेशानी का सामना
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक पिछले 1 महीने में दो-दो बार बस्ती जनपद आ चुके हैं और उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सख्त हिदायत भी दी है ताकि सरकारी अस्पतालों की दशा और दिशा दोनों सुधर सके. मगर बस्ती में ऐसा कुछ होता फिलहाल नजर नहीं आ रहा है. मरीज रामसजन अपना इलाज करवाने के बाद अब घर पहुंच चुका है मगर उसके साथ हुए अस्पताल में दुर्व्यवहार को लेकर अधिकारियों के पास अब कोई जवाब नहीं है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विक्रमजोत में अक्सर अंधेरा ही छाया रहता है यहां तक कि जब लाइट चली जाती है तो अंधेरा रहता है जिससे डॉक्टर और मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.
लोगों का कहना है कि जनरेटर होने के बावजूद उसे चलाया नहीं जाता और इनवर्टर की सुविधा न होने की वजह से वार्डों में लाइट जाने के बाद स्थिति बद से बदतर हो जाती है. इस पूरे मामले को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरपी मिश्रा से जब बात की गई तो उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विक्रमजोत के प्रभारी से बात की और कहा कि वीडियो के आधार पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं उसकी जांच के लिए टीम बना दी गई है.
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Source: IOCL





















