(Source: ECI / CVoter)
संगम में स्नान, ऊंट की सवारी... Allahabad University में Almuni Meet के लिए ऐसी है तैयारी
Allahabad University News: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी 16 सालों बाद एलुमनी मीट कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा है. दो दिवसीय एलुमनी एलुमनी कार्यक्रम को "ओए" नाम दिया गया है.
Allahabad University News Today: पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाली इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी का शुमार दुनिया की प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में होता है. यूनिवर्सिटी ने 28 साल या उससे पहले पढ़ाई पूरी कर चुके अपने पूर्व छात्रों के सम्मान में अगले महीने दो दिनों का विशेष कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है. 27 और 28 अप्रैल को आयोजित होने वाले एलुमनी मीट कार्यक्रम का नाम ओए दिया गया है. इस एलुमनी मीट में 1996 या उससे पहले यूनिवर्सिटी से पास आउट पूर्व छात्रों को ही बुलाया गया है.
इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में यह आयोजन 16 सालों के बाद हो रहा है. इस आयोजन में दो हजार से ज्यादा पूर्व छात्रों के जुटने की उम्मीद जताई जा रही है. इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव के मुताबिक, पूर्व छात्रों के सम्मान में यूनिवर्सिटी की सभी बिल्डिंग्स और हॉस्टल्स को खूबसूरती से सजाया जाएगा, पूर्व छात्रों को उनके हॉस्टल्स के उन्हीं कमरों में रुकने का मौका दिया जाएगा, जिसमें रहकर उन्होंने अपनी पढ़ाई की थी. इसके अलावा उन्हें ऊंट और बैटरी रिक्शा की सवारी कराई जाएगी.
कार्यक्रम में शामिल होंगे सुप्रीम कोर्ट के जज
वाइस चांसलर प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने बताया कि पूर्व छात्रों को संगम में स्नान कराया जाएगा. इसके अलावा गंगा और यमुना की लहरों पर नौका विहार कराया जाएगा. पूर्व छात्रों को खुद भी गाने बजाने, डांस करने, कविताएं और शायरी सुनने का भी मौका दिया जाएगा. कैंपस में कई जगहों पर सेल्फी प्वाइंट बनाए जाएंगे. इस आयोजन में कई ऐसे पूर्व छात्र भी शामिल होंगे, जिनकी देश दुनिया में अपनी अलग पहचान हैं. इनमें सुप्रीम कोर्ट के चार मौजूदा जज भी शामिल हैं.
क्यों दिया गया ओए नाम?
कार्यक्रम को लेकर प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने बताया कि आयोजन का टाइटल ठेठ इलाहाबादी अंदाज में ओए दिया गया है. इसका मतलब ओए कार्यक्रम में चलता है क्या? उन्होंने बताया कि यहां आने वाले पूर्व छात्र फिल्म त्रिदेव का ओए ओए गीत भी गा सकेंगे. वाइस चांसलर प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव के मुताबिक, यह पहला मौका होगा, जब यूनिवर्सिटी द्वारा रजिस्टर्ड एलुमनी संस्था की तरफ से मीट का आयोजन किया गया है. उनके मुताबिक बाकी सभी संस्थाएं फर्जी हैं और उनका यूनिवर्सिटी से कोई लेना देना नहीं है.
पूर्व छात्रों को करना होगा रजिस्ट्रेशन
इस संस्था से जुड़ने और आयोजन में शामिल होने के लिए पूर्व छात्रों को रजिस्ट्रेशन कराना होगा. रजिस्ट्रेशन इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की आफिशियल वेबसाइट से किया जा सकेगा. इसके लिए अलग से एक पेज भी बनाया गया है. वाइस चांसलर प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने बताया कि दो दिनों के इस विशेष आयोजन के दौरान यूनिवर्सिटी की निराला आर्ट गैलरी में एक प्रदर्शनी लगाई जाएगी. प्रदर्शनी देखने के लिए यहां आने वाले पूर्व छात्रों को ऑन द स्पॉट उनके स्केच बनाकर भेंट किए जाएंगे.
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