अलीगढ़: मंदिर की दीवार पर 'आई लव मोहम्मद' लिखने वालों पर एक्शन, 4 आरोपी गिरफ्तार
UP News: अलीगढ़ में मंदिर की दीवारों पर धार्मिक नारे लिखने के मामले में पुलिस ने 4 आोरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने बदले की भावना से यह कृत्य किया था.

अलीगढ़ में पुलिस की तत्परता से साम्प्रादायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश नाकाम हुई. पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक अन्य आरोपी की तलाश में पुलिस टीम लगातार दबिश दे रही है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उक्त आरोपियों ने मंदिर की दीवार 'आई लव मोहम्मद' लिखकर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की थी.
दरअसल, थाना लोधा इलाके के दो गांव बुलाकगढ़ी और भगवानपुर गांव के चार मंदिरों पर कुछ दिन पूर्व "आई लव मोहम्मद" का स्लोगन लिखने वाले सनसनीखेज मामला सांमने आया था. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नीरज सिंह जादौन ने खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं एक आरोपी युवक राहुल फरार है. फरार आरोपी की तलाश में पुलिस की टीमें जुटी हुई है.
साजिश के तहत मंदिर की दीवार पर लिखा था स्लोगन
बताया जाता है कि मुकदमेबाजी को लेकर युवकों के द्वारा मंदिर की दीवारों पर आई लव मोहम्मद स्लोगन लिखा था जिससे मुस्लिम युवकों को फंसाया जा सके और पुराने मुकदमे में समझौता हो सके. पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं एक आरोपी अभी पुलिस की सलाखों से दूर है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलीगढ़ नीरज सिंह जादौन ने कहा कि 25 अक्टूबर 2025 को थाना लोधा क्षेत्र के निकटवर्ती दो गांव बुलाक गढ़ी और भगवानपुर से पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि चार मंदिरों की दीवारों पर धार्मिक नारे लिख दिए गए हैं. पुलिस ने सभी चारों मंदिरों की दीवारों पर लिखे गए धार्मिक नारों को मिटवाते हुए मामला दर्ज किया गया था.
पुलिस ने इन्हें किया गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम बुलाक गढ़ी गांव निवासी जीशान्त समेत भगवानपुर गांव निवासी तीन आरोपी अभिषेक, आकाश और दिलीप है. पुलिस टीमों द्वारा सभी आरोपियों से की गईं पूछताछ और साक्षयों समेत सीसीटीवी फुटेज व सीडीआर मौजूद थी. जहां चारों मंदिरों की दीवारों पर लिखे गए हर एक धार्मिक नारे पुलिस जांच में मिस्टेक पाई गई. पुलिस टीमों नें इन सभी तथ्यों और ग्रामीणों से वार्ता कर थाने में पुराने रिकॉर्ड खंगालते हुए घटना का खुलासा किया.
खुलासे से पहले पुलिस के हाथ लगे थे अहम सुराग
एसएसपी नें बताया कि इस खुलासे से पहले पुलिस को दो अहम सुराग हाथ लगे. जहां जनवरी 2024 को गुल मोहम्मद के परिवार के लोगों के साथ गांव के ही मुकेश के परिवार के साथ झगड़ा हुआ था. जिस मामले में पुलिस की तरफ से थाने पर मुकदमा दर्ज करते हुए पुलिस नें 15 लोगों के खिलाफ चार्ज शीट लगाई थी.
इसके बाद सितंबर 2025 को मुस्तकीम का गांव के ही जीशान्त से झगड़ा हुआ था. जिस झगड़े में दोनों पक्षों के लोगों को चोट आई थी. जिसमें दोनों पक्षों की तरफ से एक दूसरे के खिलाफ थाने पर मुकदमा दर्ज कराया गया था. पुलिस नें इस मामले में भी दोनों पक्षों के खिलाफ जांच करते हुए चार्जशीट लगाई थी.
एसएसपी नीरज सिंह जादौन ने बताया कि गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों में जीशान्त का मुख्य उद्देश्य ये था कि जो मुकदमा मुस्तकीम के खिलाफ लिखा गया है. उस मुकदमे में फैसला हो जाए. वहीं इस मामले फरार पांचवे आरोपी राहुल नें भी इनका साथ दिया था. क्योंकि राहुल के पिता का भगवानपुर गांव निवासी गुल मोहम्मद से मकान को लेकर विवाद चल रहा था. जो विवादित मकान मंदिर के पास ही स्थित है. जिस मंदिर की दीवारों पर धार्मिक नारे लिखे गए थे.
ऐसे में इन सभी आरोपियों का मानना था कि मंदिर की दीवारों पर धार्मिक नारे लिखने से पुलिस तत्काल कार्रवाई करते हुए उनके विरोधियों को गिरफ्तार कर लेगी जिससे इनका व्यक्तिगत स्वार्थ सिद्ध हो जाएगा.
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Source: IOCL





















