Rajasthan: सीकर में छात्रा को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाने का आरोप, स्कूल टीचर पर केस दर्ज
Rajasthan News: सीकर के एक निजी स्कूल में छठी कक्षा की छात्रा से धर्म परिवर्तन का प्रयास और पिटाई का शिक्षिका पर आरोप लगा है. स्कूल प्रशासन ने आरोपों को निराधार बताया.

राजस्थान के सीकर जिले के नीम का थाना कस्बे में एक निजी स्कूल की शिक्षिका पर छठी कक्षा की छात्रा को कथित रूप से धर्म परिवर्तन के लिए बरगलाने और विरोध करने पर उसकी पिटाई करने का गंभीर आरोप लगा है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, जबकि स्कूल प्रशासन ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
पुलिस के अनुसार, स्थानीय निवासी भंवर सिंह ने नीम का थाना कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने ‘सेंट जेवियर्स सेकेंडरी स्कूल’ की एक शिक्षिका पर उनकी पोती को दूसरा धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि शिक्षिका ने हिंदू देवी-देवताओं के बारे में आपत्तिजनक बातें कहीं, जिसका जब छात्रा ने विरोध किया तो उसे पीटा गया.
शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. अधिकारी ने बताया कि संबंधित शिक्षिका और स्कूल प्रशासन के खिलाफ जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और दोनों पक्षों से पूछताछ की जा रही है.
स्कूल प्रशासन ने आरोपों को किया खारिज
विवाद के बाद स्कूल के निदेशक ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया. उन्होंने कहा कि छात्रा ने होमवर्क नहीं किया था और कॉपी भी स्कूल नहीं लाई थी. इस पर शिक्षिका ने उसे अनुशासन में लाने के लिए मामूली डांट-फटकार दी थी. छात्रा की मां को भी इस बात की जानकारी दी गई थी और उन्होंने शिक्षिका से कहा था कि यदि जरूरी हो तो बच्ची को अनुशासित किया जाए.
निदेशक ने आगे बताया कि रात को छात्रा के पिता ने फोन कर शिक्षिका पर धर्म परिवर्तन के आरोप लगाए, जो पूरी तरह निराधार हैं. उन्होंने कहा कि स्कूल में इस तरह की कोई गतिविधि नहीं होती और बच्ची की पढ़ाई और अनुशासन को लेकर ही बात हुई थी.
विहिप ने की कार्रवाई की मांग
मामले पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमितोष पारीक ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और आरोपी शिक्षिका और स्कूल के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही उन्होंने यह भी मांग की कि राजस्थान में धर्म परिवर्तन रोकने के लिए कड़ा कानून बनाया जाए.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सभी पहलुओं की गहनता से जांच की जा रही है. स्कूल स्टाफ, छात्रा और उसके परिवार से पूछताछ की जा रही है. उन्होंने कहा कि किसी भी नतीजे पर पहुंचने से पहले तथ्यों की पुष्टि जरूरी है.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL






















