Rajasthan Politics: कांग्रेस की कार्यशाला में नहीं पहुंचे सचिन पायलट, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने दिया ये बड़ा संकेत
Rajasthan Congress Crisis: कांग्रेस की कार्यशाला में सभी दिग्गज नेता और पदाधिकारी पहुंचे थे. कार्यशाला को प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने संबोधित किया.

Rajasthan Politics: कांग्रेस की एक दिवसीय कार्यशाला में सचिन पायलट नहीं पहुंचे. उनकी सीट पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामेश्वर डूडी बैठ गए. मंच पर प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा के बगल में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की नेमप्लेट लगी थी. समय निकल जाने के बाद भी पायलट कार्यशाला में नहीं आये. पायलट गुट के खास विधायक हरीश मीणा भी ज्यादा देर नहीं ठहरे.
प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा का भाषण सुनकर बिड़ला ऑडिटोरियम से बाहर निकल गए. हालांकि कांग्रेस की कार्यशाला में सभी दिग्गज नेता और पदाधिकारी पहुंचे थे. सचिन पायलट के नहीं आने से अटकलों का बाजार गर्म हो गया है.
डोटासरा ने दिया बड़ा संकेत
कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि महंगाई राहत कैंप खत्म होने पर एक बार फिर 2 दिन के लिए मंडल और ब्लॉक अध्यक्षों का अधिवेशन होगा. अधिवेशन में दो दिनों तक कांग्रेस के पदाधिकारी मंडल और ब्लॉक अध्यक्षों सुनेंगे. डोटासरा का कहना है इस तरीके के कार्यक्रम से जाना जाएगा कि कार्यकर्ता सरकार से चाहते क्या हैं? उनके फीडबैक से पता चलेगा कि क्या वाकई में जमीनी स्तर पर कांग्रेसी कार्यकर्ता सरकार से जुड़े हैं? उन्होंने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में जोश भरने की पूरी कोशिश की.
डोटासरा ने कहा कि कार्यकर्ताओं के उत्साह और जोश से ही चुनाव में उतरा जाएगा. डोटासरा की बात पर तालियां बजने लगी. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता ही पार्टी की मजबूती है और कार्यकर्ता ही पार्टी के लिए मजबूती से काम कर रहे हैं. उनकी बात नहीं सुनी जाएगी तो किसके लिए हम काम कर रहे हैं और सरकार में कौन आएगा.
मुख्यमंत्री ने रखी अपनी बात
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुये कहा कि आज देश एवं प्रदेश के हालातों पर सब ने खुलकर विचार रखे हैं. उन्होंने कहा कि तिरंगे तले कांग्रेस के महान् स्वतंत्रता सैनानियों ने देश को आजाद कराया और संविधान के तहत् लोकतंत्र का शासन स्थापित किया. उन्होंने कहा कि आज देश की सत्ता में बैठे हुये लोग जिस भाषा का उपयोग कर रहे हैं निन्दनीय है.
उन्होंने कहा कि ईडी, सीबीआई एवं न्यायपालिका सहित सभी संवैधानिक संस्थायें दबाव में हैं. मोदी और शाह के नेतृत्व में फासीवादी शासन चल रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बार-बार कहते हैं कि कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया, जबकि जनता को मताधिकार प्रदान कर देश में लोकतंत्र की स्थापना करने का कार्य कांग्रेस ने किया है.
अशोक गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जुमलों के आधार पर शासन करते हैं. बीजेपी नेताओं ने स्वतंत्रता आन्दोलन में उंगली तक नहीं कटाई, लेकिन खुद को देशभक्त बताते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में बदलाव की शुरुआत राजस्थान से करनी है. राजस्थान में कांग्रेस के चुनाव जीतने से पूरे देश की राह प्रशस्त होगी. अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान का राजस्थान के नेताओं पर पूरा भरोसा है. भरोसे को कायम रखते हुये पार्टी की मजबूती के लिये काम करना है.
Source: IOCL
























