राजस्थान: 'चुनाव आयोग बेदाग, आरोप बेबुनियाद...', अंता उपचुनाव के नतीजों पर बोले बीजेपी नेता
Rajasthan News: बीजेपी महासचिव राधा मोहन दास अग्रवाल ने अंता उपचुनाव में हार पर विपक्ष के वोट चोरी आरोपों को गलत बताया. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं कर सकता है.

राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी की हार के बाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल ने विपक्ष के आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया दी. जयपुर में पार्टी कार्यालय में आयोजित एक वर्कशॉप के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि अंता उपचुनाव का नतीजा साफ कर देता है कि 'वोट चोरी' का आरोप लगाना विपक्ष की आदत है, लेकिन इन आरोपों की कोई बुनियाद नहीं है.
उन्होंने कहा कि अगर वास्तव में चुनाव में गड़बड़ी संभव होती, या वोटर लिस्ट और कर्मचारियों को नियंत्रित करने जैसी कोई व्यवस्था उनके हाथ में होती, "तो अंता सीट हमारी जेब में होती". उन्होंने विपक्ष के आरोपों को "गलतफहमी पर आधारित और तथ्यहीन" बताया. उनके अनुसार अंता में बीजेपी की हार इस बात का सबूत है कि चुनाव पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हुए.
आयोग कैसे करा सकता है वोट चोरी - राधा मोहन दास अग्रवाल
राज्यसभा सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल ने चुनाव आयोग को लेकर विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के पास "अपनी कोई स्वतंत्र मशीनरी नहीं होती" और वह उन अधिकारियों से काम लेता है, जिनकी नियुक्ति राज्य सरकारें करती हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग बिना दांत वाला है. बीएलओ से लेकर एसडीएम और डीएम सभी राज्य सरकार के अधीन होते हैं. ऐसे में आयोग वोट चोरी कैसे करा सकता है.
चुनाव आयोग पर लगाए आरोप एक दम गलत- अग्रवाल
अग्रवाल के अनुसार, चुनाव आयोग पर लगाए जाने वाले आरोप जनता को भ्रमित करने के लिए होते हैं और अंता का नतीजा उन सभी आरोप लगाने वालों के 'गाल पर झन्नाटेदार थप्पड़' जैसा है. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी चाहे तो प्रशासनिक मशीनरी पर पकड़ बनाकर चुनाव को प्रभावित कर सकती थी, पर ऐसा न करना ही उनके लोकतांत्रिक सिद्धांतों को दर्शाता है.
जदयू में जल्द ही शामिल होंगे कांग्रेस के भी छह विधायक
इस दौरान उन्होंने बिहार की राजनीति पर भी बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि कांग्रेस के सभी छह विधायक जल्द ही जदयू में शामिल होने की तैयारी में हैं. हालांकि उन्होंने साफ किया कि यह बयान वह 'औपचारिक तौर पर बीजेपी पदाधिकारी' के रूप में नहीं दे रहे हैं, बल्कि यह व्यक्तिगत जानकारी पर आधारित है.
अग्रवाल के इस बयान ने एक तरफ राजस्थान की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है, वहीं बिहार की सियासत में भी हलचल तेज कर दी है. अंता उपचुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी में आत्ममंथन चल रहा है और ऐसे में अग्रवाल का बयान विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों के लिए चर्चा का विषय बन गया है.
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Source: IOCL





















