बाड़मेर: 'रेपिस्ट हमें स्वीकार नहीं', मेवाराम जैन की वापसी का कांग्रेस में विरोध, सड़कों पर लगे पोस्टर
Barmer News: मेवाराम जैन का कहना है कि कांग्रेस में उनकी वापसी से पार्टी के कार्यकर्ता तो बेहद खुश और उत्साहित हैं, लेकिन कुछ बड़े नेताओं को उनकी वापसी पसंद नहीं आई.

राजस्थान में विधानसभा के पिछले चुनाव के बाद आपत्तिजनक वीडियो की सीडी सामने आने पर पार्टी से निकाले गए तीन बार के पूर्व विधायक मेवाराम जैन की कांग्रेस में फिर से वापसी हो गई है. हालांकि कांग्रेस पार्टी के ही तमाम नेता उनकी वापसी का जमकर विरोध कर रहे हैं. मेवाराम जैन जिस बाड़मेर से तीन बार विधायक रहे, वहां शहर की सड़कों पर उनकी अश्लील तस्वीरों के साथ विरोध के पोस्टर लगवा दिए गए हैं.
दावा किया गया है कि पूर्व विधायक के पोस्टर और होर्डिंग्स कांग्रेस की जिला इकाई की तरफ से ही लगाए गए हैं. हालांकि पोस्टरों को लेकर कोहराम मचने और पुलिस द्वारा केस दर्ज किए जाने के बाद जिला कमेटी ने इसे लेकर अपनी सफाई दी है. पार्टी में वापसी के बाद पूर्व विधायक मेवाराम जैन शनिवार (28 सितंबर) को जब बाड़मेर पहुंचे तो वहां कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं की तरफ से उनका स्वागत किया गया.
'कुछ बड़े नेताओं को वापसी पसंद नहीं'
वहीं मेवाराम जैन का कहना है कि कांग्रेस में उनकी वापसी से पार्टी के कार्यकर्ता तो बेहद खुश और उत्साहित हैं, लेकिन कुछ बड़े नेताओं को उनकी वापसी पसंद नहीं आई. ऐसे में जगह-जगह पोस्टर लगवाए जाने और विरोध में आवाज उठाए जाने के पीछे बड़े नेताओं का ही हाथ होना तय है.
बड़े नेताओं ने साधी चुप्पी
इस पूरे मामले पर राजस्थान कांग्रेस के बड़े नेताओं ने फिलहाल चुप्पी साथ रखी है. पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने सधी हुई प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि पार्टी ने सोच विचार करने के बाद पूर्व विधायक मेवाराम जैन की वापसी का जो फैसला किया है, उसका सभी कार्यकर्ताओं को सम्मान करना चाहिए.
मेवाराम जैन ने क्या कहा?
मेवाराम जैन का यह भी कहना है कि पुलिस और कोर्ट ने उन्हें आपत्तिजनक सीडी मामले में क्लीनचिट दे दी है, ऐसे में अब पुराने मामले को बार-बार उछालना कतई ठीक नहीं है. जब वह सभी आरोपों से बरी हो चुके हैं तो उन पर कीचड़ उछालना साजिश के अलावा कुछ भी नहीं है.
तीन बार के विधायक का सामने आया था 'सीडी कांड'
गौरतलब है कि राजस्थान के बाड़मेर जिले में मेवाराम जैन की गिनती कद्दावर और प्रभावशाली नेताओं में होती है. वह बाड़मेर जिले से तीन बार विधायक रहे हैं, लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. चुनाव के वक्त ही उनकी एक अश्लील सीडी भी सामने आई थी. इसके अलावा उनके खिलाफ रेप का केस भी दर्ज हुआ था.
पार्टी ने विधानसभा चुनाव के तकरीबन 50 दिन बाद मेवाराम जैन को कांग्रेस से बाहर निकाल दिया था. दो दिन पहले मेवाराम जैन समेत कई नेताओं की पार्टी में फिर से वापसी करा दी गई. हालांकि मेवाराम जैन समेत पार्टी से बाहर हुए नेताओं की कांग्रेस में वापसी को लेकर पार्टी में दो गुट बन गए थे. राजस्थान के नेता वापसी चाहते थे, जबकि प्रदेश प्रभारी रंधावा समेत कई नेता इसके विरोध में थे.
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Source: IOCL





















