Rajasthan News: IAS मेघराज सिंह रत्नू पर कसा ACB का शिकंजा, जयपुर समेत कई ठिकानों पर हुई छापेमारी
ACB Raid: ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने कहा, तलाशी के दौरान 6 लाख रुपये नकद, सोने-चांदी के आभूषण, बैंक खाते से जुड़े दस्तावेज और अन्य कागजात मिले, जो उनके परिवार के नाम पर है.

ACB Raid on Rajasthan IAS: राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने आय से अधिक संपत्ति के संदेह में सहकारिता विभाग में रजिस्ट्रार के रूप में कार्यरत भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी मेघराज सिंह रत्नू के परिसरों पर शुक्रवार को तलाशी अभियान शुरू किया. ब्यूरो के दल अधिकारी के जयपुर, अजमेर, श्रीगंगानगर, जैसलमेर और सीकर के परिसरों में तलाशी ली गई. ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि, तलाशी के दौरान संपत्तियों और परिसंपत्तियों का पता चला है जो अधिकारी और उनके परिवार के नाम पर है.
हेमंत प्रियदर्शी ने आगे बताया कि, तलाशी के दौरान छह लाख रुपये नकद, सोने-चांदी के आभूषण, बैंक खाते से जुड़े दस्तावेज और अन्य कागजात भी मिले हैं. ब्यूरो को जानकारी मिली थी कि, मेघराज सिंह रत्नू ने बेटी की पढ़ाई पर 60 लाख रुपये और उसकी शादी पर डेढ़ करोड़ रुपये खर्च किये हैं. इसके अलावा उन्होंने सेवा काल में विदेश यात्राएं की हैं और जयपुर क्लब, रामबाग गोल्फ क्लब की सदस्यता भी ली है. हेमंत प्रियदर्शी ने बयान में बताया कि, तलाशी अभियान जारी है और कार्रवाई खत्म होने के बाद संपत्ति का अंतिम मूल्यांकन किया जाएगा.
फसल बीमा राशि में किया हेरफेर
बता दें कि, मेघराज सिंह रतनू प्रमोटी आईएएस हैं और वर्तमान में वह सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार हैं. प्रदेश की सैकड़ों कोऑपरेटिव सोसायटियां इस विभाग के अधीन आती है. ऐसी शिकायतें मिली थी कि, हजारों किसानों के फसली बीमा की राशि उन्हें भुगतान करने के बजाय फर्जी खातों में ट्रांसफर करवा लिए गए. सहकारिता समितियों के साथ साठगांठ करके करोड़ों रुपए की भ्रष्टाचार करने के भी आरोप लगे हैं. सहकारिता विभाग में रजिस्ट्रार बनने से पहले रत्नू जेडीए में थे. वहां उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे जिसकी वजह से उन्हें एपीओ किया गया था.
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