National Science Day 2023: कोटा यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए राज्यपाल कलराज मिश्र, युवाओं के लिए कही ये बात
Rajasthan News: राज्यपाल कलराज मिश्र ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों से अपेक्षा है कि युवाओं को नौकरी करने वाले नहीं, नौकरी देने वाला तैयार करें.
Kota University Convocation: राज्यपाल और कुलाधिपति कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) ने कहा है कि विश्वविद्यालय ऐसे पाठ्यक्रम तैयार करें जिससे स्थानीय ज्ञान-विज्ञान का भरपूर इस्तेमाल करते हुए छात्र भविष्य के विकसित भारत में योगदान दे सकें. राज्यपाल मिश्र कोटा विश्वविद्यालय के नौवें दीक्षान्त समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालयों से अपेक्षा है कि युवाओं को नौकरी करने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वालों के रूप में तैयार करें.
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल का संबोधन
उन्होंने कहा कि आज के दिन ही प्रसिद्ध वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकटरमन (Chandrasekhara Venkata Raman) ने रमन प्रभाव खोज की घोषणा की थी. खोज पर पहले भारतीय और एशियाई व्यक्ति के रूप में 1930 का भौतिक विज्ञान में नोबल पुरस्कार मिला था. भौतिक विज्ञान में वेंकटरमण की भूमिका अनुकरणीय है. उन्होंने समारोह में मौजूद लोगों को संविधान की प्रस्तावना और मूल कर्तव्यों का वाचन करवाया. कैंसर अस्पताल एवं शोध केंद्र ग्वालियर के संस्थापक निदेशक बीआर श्रीवास्तव ने कहा कि भारत नवीन शिक्षा नीति के साथ एक नए युग में कदम रख रहा है. विद्या प्रदान करने के साथ-साथ जीविकोपार्जन कौशल प्रदान करना भी बराबर का महत्व रखेगा. नवीन शिक्षा नीति न केवल कौशल प्रदान करेगी बल्कि आज के युवा में उद्यमिता का विकास भी करेगी.
मानसिक मजबूती के साथ आज का युवा अनुमानित जोखिम को सहन कर नए उद्योग स्थापित कर सकेगा. युवाओं को केंद्र और राज्य सरकारें उद्योग लगाने के लिए योजनाएं चलाकर ऋण उपलब्ध भी करा रही हैं. सरकार के प्रोत्साहन का नतीजा नए उद्योगों की शक्ल में हमारे सामने आ रहा है. जरूरत है कि हम गति को बढ़ाएं और सकारात्मक सोच के साथ नौकरी प्रदान करने वाले बनने की ओर कदम बढ़ाएं.
वर्ष 2020 की 72347 उपाधियां भी दी गई
दीक्षान्त समारोह में वर्ष 2020 के पीएचडी धारकों को उपाधियां प्रदान की गई. प्रथम स्थान पाने वाले कला के 9, समाज विज्ञान के 9, विज्ञान के 18, वाणिज्य के 9, विधि के 3 और शिक्षा के 9 छात्रों को स्वर्ण पदक और मेरिट प्रमाण-पत्र से सम्मानित किया गया. दीक्षांत समारोह में वर्ष 2020 की 72347 उपाधियां भी दी गई. विश्वविद्यालय की कुलपति नीलिमा सिंह ने कहा कि स्थापना के समय विश्वविद्यालय से संबद्ध छह जिलों कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां, सवाईमाधोपुर और करौली के 37 कॉलेजों में 81 हजार 725 छात्र पढ़ रहे थे. वर्तमान में 229 संबद्ध कॉलेजों में तीन लाख से अधिक छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. समारोह में कुलसचिव डॉ. आरके उपाध्याय सहित कला, समाज विज्ञान, विज्ञान, वाणिज्य, शिक्षा और विधि संकाय के अधिष्ठाता मौजूद रहे.