Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले AAP को लग सकता है बड़ा झटका, अशोक तंवर की कमल थामने की चर्चाएं तेज
Haryana Lok Sabha Chunav 2024: आम आदमी पार्टी को एक महीने के अंदर दूसरा बड़ा झटका लग सकता है. पहले प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा और अब अशोक तंवर पार्टी को अलविदा कह सकते हैं.
Haryana: एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी (AAP) हरियाणा में पैर पसारने में लगी है. दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव से पहले आप को दूसरा बड़ा झटका लग सकता है. क्योंकि, हाल ही में आप की हरियाणा इकाई की उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा अपने पिता निर्मल सिंह के साथ कांग्रेस जॉइन की थी. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अब पार्टी के प्रचार समिति के अध्यक्ष और पूर्व सांसद अशोक तंवर के पार्टी छोड़ने की चर्चाएं तेज हो गई हैं. बताया जा रहा है कि अशोक तंवर की दिल्ली के एक होटल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात हुई है. हालांकि, अशोक तंवर की तरफ से अभी कोई बयान नहीं आया है.
अशोक तंवर हरियाणा कांग्रेस के दिग्गज नेता माने जाते थे. 2003 में तंवर एनएसयूआई से राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूथ अध्यक्ष भी रह चुके हैं. 2009 में सिरसा से लोकसभा सांसद भी बने थे. इसके बाद 2014 से सितंबर 2019 तक कांग्रेस अध्यक्ष रहे. लेकिन, 2019 में अपने समर्थकों का टिकट कटने से नाराज अशोक तंवर ने पार्टी छोड़ दी. कांग्रेस छोड़ने के बाद अशोक तंवर ने अपना दल बनाया, लेकिन कुछ खास नहीं कर पाए तो जाकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल हो गए.
क्या पार्टी से नाराज हैं अशोक तंवर?
साल भर में टीएमसी से मोहभंग हुआ तो अशोक तंवर 4 अप्रैल 2022 को आम आदमी पार्टी में आ गए. वहीं अब आप से भी उनका मोहभंग होने की बात कही जा रही है. चर्चा है कि अशोक तंवर आप से राज्यसभा जाना चाहते थे. आप के तीन राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल 27 जनवरी को समाप्त हो रहा है. लेकिन, सुशील गुप्ता की जगह दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया गया है. इसकी वजह से अशोक तंवर पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं.
तंवर को मनाने की हो रही कोशिश
पार्टी छोड़ने की चर्चाओं के बीच अशोक तंवर को आम आदमी पार्टी ने मनाने की कवायद शुरू कर दी है. सूत्रों की मानें तो अशोक तंवर ने कुछ शर्तें रखी है, जिस पर अभी सहमति नहीं बन पाई है. लेकिन, अगर अशोक तंवर पार्टी छोड़ते हैं तो 10 दिनों में पार्टी को दूसरा बड़ा झटका लग सकता है. दिसंबर के आखिरी सप्ताह में हरियाणा के पूर्व मंत्री निर्मल सिंह और उनकी बेटी चित्रा सरवारा ने भी आम आदमी पार्टी को अलविदा कहा था.