पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार वकील का पंजाब कनेक्शन! पैसे जुटाने कहां गया था?
Punjab News: नूंह में वकील रिजवान ISI के लिए जासूसी मामले में गिरफ्तार हुआ. वह हवाला के जरिए 45 लाख का लेन-देन कर चुका था, जिसका इस्तेमाल पंजाब में आतंकी नेटवर्क को मजबूत करने के लिए किया गया.

हरियाणा के नूंह जिले के वकील रिजवान को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने और आतंकवादी नेटवर्क को फंडिंग उपलब्ध कराने के आरोप में 27 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस के अनुसार वह पिछले 3 महीनों में 5 बार पंजाब गया था, जहां उसने टेरर फाइनेंसिंग के लिए धन जुटाया.
नवंबर में गिरफ्तारी के बाद मिली शुरुआती जानकारी से पता चलता है कि यह मामला एक बड़े आतंकी वित्तपोषण नेटवर्क से जुड़ा है, जिसके तार पंजाब और पठानकोट तक फैले होने की आशंका है. अधिकारियों का मानना है कि रिजवान की गतिविधियां सुनियोजित थीं और वह लंबे समय से इस नेटवर्क का हिस्सा बनकर काम कर रहा था.
पेशे से वकील है रिजवान
जांच अधिकारियों के मुताबिक रिजवान पेशे से वकील होते हुए भी हवाला कारोबारियों के संपर्क में था और पिछले कुछ महीनों में उसने लगभग 45 लाख रुपये का लेन-देन किया. यह रकम हवाला चैनलों के माध्यम से उन समूहों तक पहुंचाई जाती थी, जो पंजाब में सक्रिय आतंकवादी नेटवर्क को मजबूत करने में लगे थे.
पीटीआई के अनुसार, पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि हवाला के जरिए कम समय में एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि का लेन-देन हुआ, जिसका बड़ा हिस्सा अवैध गतिविधियों में इस्तेमाल किया गया. जांच दल को संदेह है कि इस नेटवर्क का मुख्य संचालन पंजाब के प्रमुख शहरों से होता है, जहां धन को सफेद करने और उसे आगे बढ़ाने का काम संगठित तरीके से किया जाता है.
हुई कई गिरफ्तारी, फिलहाल पुलिस की रिमांड पर
नूंह पुलिस की विशेष जांच टीम ने इस मामले में शुरुआत में रिजवान के दोस्त मुशर्रफ को हिरासत में लिया था, हालांकि पूछताछ में उसकी संलिप्तता साबित न होने पर उसे छोड़ दिया गया. इसके बाद SIT ने कार्रवाई तेज करते हुए पंजाब के जालंधर स्थित मलेशियन पट्टी निवासी अजय अरोड़ा को गिरफ्तार किया, जो हवाला के जरिए रिजवान को पैसे भेजने और लेन-देन में सीधे मदद करने के आरोप में पकड़ा गया.
अरोड़ा की गिरफ्तारी के बाद जांच दल ने पंजाब के अमृतसर में छापेमारी करके तीन और संदिग्धों संदीप सिंह, अमनदीप और जसकरण- को हिरासत में लिया. इन तीनों को आठ दिन की पुलिस रिमांड पर रखा गया है, जिनसे लगातार पूछताछ की जा रही है ताकि पूरे नेटवर्क की परतें खोली जा सकें.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अब तक की जांच में कई ऐसे वित्तीय लिंक मिले हैं जो यह संकेत देते हैं कि नेटवर्क काफी बड़ा है और इसके पीछे बैठे मास्टरमाइंड पंजाब के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय हैं. रिजवान द्वारा उपयोग किए गए हवाला चैनल पहले से ही संदिग्ध गतिविधियों में शामिल थे और अब उनके पुराने रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं.
पुलिस का मानना है कि आने वाले दिनों में इस मामले में और गिरफ्तारियां संभव हैं क्योंकि लेन-देन से जुड़े कई नंबर, खाते और संपर्क अभी जांच के दायरे में हैं. अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों को रात में अदालत में पेश किया गया और कोर्ट ने उनकी रिमांड को मंजूरी दी. जांच एजेंसियां इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा अहम मामला मानते हुए हर पहलू गहराई से खंगाल रही हैं और उम्मीद है कि जल्द ही पूरे नेटवर्क की स्पष्ट तस्वीर सामने आ जाएगी.
Source: IOCL






















