महाराष्ट्र: बालासाहेब ठाकरे की 13वीं पुण्यतिथि पर साथ आए उद्धव-राज ठाकरे, संजय राउत भी आए नजर
Mumbai News: बाला साहेब ठाकरे के 13वीं पुण्यतिथि के अवसर पर 11 साल बाद राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे एक साथ नजर आए हैं. शक्ति स्थल पर दोनों नेताओं ने बाल ठाकरे को श्रद्धांजलि अर्पित की.

शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे की सोमवार (17 नवंबर) को 13वीं पुण्यतिथि मनाई जा रही है. इस अवसर पर राज्य सहित देशभर से श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए शिवसैनिक मुंबई के शक्ति-स्थल पर पहुंच रहे हैं. इसी बीच देश और राज्य के राजनीतिक नेताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से भी बाला साहेब ठाकरे को श्रद्धांजलि अर्पित की है.
इस अवसर पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे एक साथ नजर आए. पुण्यतिथि के अवसर पर दिवंगत बाला साहेब की यादों को नमन करने के लिए दोनों ठाकरे बंधु एक साथ आए. पूरे ग्यारह साल बाद ठाकरे बंधु इस शक्ति-स्थल पर साथ दिखाई दिए. इस समय रश्मि ठाकरे, आदित्य ठाकरे और मनसे के प्रमुख नेता भी मौजूद थे.
11 साल बाद ठाकरे बंधु एक साथ
राज्य में आगामी स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनावों की पृष्ठभूमि पर मनसे और शिवसेना के गठबंधन की चर्चा जोरों पर है. इसी संदर्भ में समय-समय पर दोनों ठाकरे बंधु साथ दिखे हैं. इसी बीच बाला साहेब ठाकरे के 13वीं पुण्यतिथि के अवसर पर शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक महत्वपूर्ण टिप्पणी प्रकाशित की गई.
राज्य की राजनीति में यदि दोनों ठाकरे बंधु फिर से एकजुट होते हैं तो वही बाला साहेब के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी ऐसा लिखा गया है. इस वजह से सोमवार को इस मुलाकात को विशेष महत्व मिल गया है. राज्य के राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए दोनों ठाकरे बंधु एक साथ आएं यह देशभर के शिवसैनिकों और मनसैनिकों की भी इच्छा बताई जा रही है. सोमवार को दोनों ठाकरे बंधु एक साथ दिखाई देने से कई लोगों में संतोष का माहौल देखा गया.
संजय राऊत ने दी बाला साहेब ठाकरे को श्रद्धांजलि
इस दौरान ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे अपने परिवार सहित बाला साहेब के स्मृति-स्थल पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे. इसके बाद मनसे प्रमुख राज ठाकरे, मनसे नेता बाला नांदगांवकर और नितीन सरदेसाई के साथ श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे. कई दिनों से बीमार चल रहे और सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर रहे सांसद संजय राउत भी सोमवार को बाला साहेब के स्मृति-स्थल पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे.
गंभीर बीमारी होने के बावजूद बाला साहेब के प्रति सम्मान जताते हुए वे सोमवार को घर से बाहर निकले. उन्होंने मास्क पहनकर शिवसैनिकों की भीड़ के बीच स्मृति-स्थल पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की. बाला साहेब के पुण्यतिथि पर वे स्वयं को रोक नहीं पाए और घोषणा के 17वें दिन वे घर से निकलकर स्मृति-स्थल पर उपस्थित हुए.
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