नाशिक: नगर परिषद चुनाव में साथ आए एकनाथ शिंदे और शरद पवार! छगन भुजबल की बढ़ी मुश्किलें
Maharashtra News: येवला नगरपरिषद चुनाव में शिवसेना (शिंदे गुट) और राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गुट) ने “शहर के विकास” के लिए साथ आने की घोषणा की है. इससे येवला चुनाव काफी दिलचस्प होने की संभावना है

महारष्ट्र के नाशिक जिले के येवला नगर परिषद चुनाव में नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन बड़े राजनीतिक बदलाव देखने को मिले हैं. महायुति की शिवसेना शिंदे गुट और महाविकास आघाड़ी के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रवादी शरद पवार गुट शहर के विकास के लिए एकजुट हुए हैं.
इस कारण राज्य के अन्न, नागरी आपूर्ति एवं ग्राहक संरक्षण मंत्री छगन भुजबल को येवला नगरपरिषद चुनाव में बड़ा झटका लगा है. येवला में शिंदे की शिवसेना और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस नगर परिषद के चुनाव में एक साथ लड़ने का फैसला किया है.
नगर परिषद के चुनाव में शिंदे-पवार एक साथ
येवला नगरपरिषद चुनाव में शिवसेना (शिंदे गुट) और राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गुट) ने “शहर के विकास” के लिए साथ आने की घोषणा की है. शिवसेना के विधायक किशोर दराडे और राष्ट्रवादी शरद पवार गुट के माणिकराव शिंदे ने इस गठबंधन का नेतृत्व किया है.
इस गठबंधन के कारण येवला नगरपरिषद में मुकाबला भाजपा–राष्ट्रवादी (अजित पवार गुट) बनाम शिवसेना (शिंदे गुट) और राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गुट) के बीच हो सकता है. इससे येवला नगरपरिषद चुनाव का मुकाबला काफी दिलचस्प होने की संभावना है और अब सभी की नजरें येवला के चुनाव पर टिक गई हैं.
भगूर में भी महायुति में दरार!
नाशिक की भगूर नगरपरिषद में शिंदे की शिवसेना को चुनौती देते हुए भाजपा के समर्थन से अजित पवार की राष्ट्रवादी ने स्वतंत्र उम्मीदवार उतारा है. इससे भगूर नगरपरिषद में महायुति के अंदर ही शिंदे की शिवसेना और भाजपा–राष्ट्रवादी एक-दूसरे के आमने-सामने खड़े हो गए हैं. एक साथ आने से यहां का चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया.
नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन शिंदे की शिवसेना की ओर से विजय करंजकर की पत्नी अनिता करंजकर ने अपना नामांकन प्रस्तुत किया. जोरदार शक्ति प्रदर्शन करते हुए शिंदे गुट की शिवसेना ने नामांकन दाखिल किया है. इस वजह से भगूर नगरपरिषद में महायुति के भीतर दरार साफ दिखाई दे रही है.
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