राज ठाकरे फिलहाल उद्धव संग नहीं करेंगे गठबंधन? बोले- नवंबर-दिसंबर में साफ होगी तस्वीर
Raj Thackeray News: 5 जुलाई को राज ठाकरे ने अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे के साथ मंच साझा किया था. इसके बाद से समर्थकों को औपचारिक तौर पर किसी सियासी फैसले का इंतजार था.

MNS अध्यक्ष राज ठाकरे ने पार्टी की तीन दिवसीय शिविर में बड़ा बयान दिया. अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने कहा कि मराठियों की विजयी रैली सिर्फ मराठी मुद्दे पर थी. इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं. उन्होंने कहा कि नवंबर-दिसंबर के बीच तस्वीर साफ हो जाएगी फिर गठबंधन पर फैसला होगा. दरअसल, 5 जुलाई को विजय रैली में करीब दो दशक बाद उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे एक मंच पर दिखे थे. ठाकरे परिवार का एक मंच पर आना महाराष्ट्र में बड़ी सियासी घटना के तौर पर देखा गया. उद्धव ठाकरे ने कहा था कि हम साथ रहने के लिए साथ आए हैं. दोनों दलों के समर्थकों का उत्साह बढ़ा लेकिन वे इंतजार कर रहे थे कि दोनों भाइयों के बीच औपचारिक तौर पर किसी सियासी फैसले का ऐलान करें. लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो पाया है.
इस साल नहीं होगा दोनों भाइयों में गठबंधन?
महाराष्ट्र में अब नगर निकाय के चुनाव होने हैं. ऐसे में पार्टी की बैठक में राज ठाकरे की तरफ से दिए गए इस अनौपचारिक बयान के मायने बढ़ जाते हैं. जैसा कि राज ठाकरे ने कहा कि नवंबर और दिसंबर के बीच तस्वीर साफ होगी इसके बाद गठबंधन पर फैसला होगा, इसका मतलब ये हुआ कि इस साल दोनों भाइयों के बीच किसी तरह का गठबंधन न हो. राज ठाकरे अपने फैसलों के लिए जाने जाते हैं.
नगर निकाय चुनाव में क्या होगी राज ठाकरे की भूमिका?
अब सवाल उठता है कि जब महाराष्ट्र में नगर निकाय के चुनाव होते हैं तो राज ठाकरे की भूमिका क्या होती है? सबकी नजर बीएमसी चुनाव पर टिकी हैं. ये महाराष्ट्र का सबसे अमीर नगर निकाय है. क्या वो उद्धव ठाकरे के उम्मीदवारों को समर्थन देंगे या फिर कोई और फैसला लेंगे, इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में मिल सकते हैं.
महायुति जिसमें बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी शामिल है, उनका कहना है कि दोनों भाइयों के साथ आने से सियासी तौर पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

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Source: IOCL