Nagpur Violence: नागपुर हिंसा के आरोपी फहीम खान पर कसा शिकंजा, घर पर चलेगा बुलडोजर
Nagpur Violence News: नागपुर हिंसा के आरोपी फहीम खान के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई होगी. इससे पहले सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि अगर कानून अनुमति देता है, तो बुलडोजर चलेगा.

Nagpur Violence Case: महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हिंसा के कथित मास्टरमाइंड और माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता फहीम खान के घर आज (24 मार्च) बुलडोजर की कार्रवाई होगी. फहीम खान के घर में हुए अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलेगा. फहीम खान इस समय पुलिस की गिरफ्त में है. अब उसके घर के अवैध हिस्से को तोड़ा जाएगा.
नागपुर नगर निगम (NMC) ने इसे अवैध निर्माण करार देते हुए फहीम खान को 24 घंटे के भीतर ढांचे को स्वयं हटाने का नोटिस दिया था, लेकिन ऐसा नहीं होने पर अब प्रशासन खुद कार्रवाई करेगा. नागपुर नगर निगम की यह कार्रवाई संजय बाग कॉलोनी में स्थित फहीम खान के दो मंजिला मकान पर की जाएगी. यह पहली बार है जब NMC किसी हिंसा आरोपी की संपत्ति पर बुलडोजर चलाने जा रही है.
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा था?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दो दिन पहले ही कहा था कि 'अगर कानून अनुमति देता है, तो बुलडोजर चलेगा.' उनसे पूछा गया था कि क्या महाराष्ट्र में भी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह न्याय देने का तरीका अपनाया जाएगा.
फहीम खान के घर को गिराने की कार्रवाई सोमवार सुबह 10 बजे भारी पुलिस बल की तैनाती के साथ शुरू होने की संभावना है. NMC ने 21 मार्च को नोटिस जारी कर कहा था कि 86.48 वर्गमीटर में बना यह घर, जो फहीम खान की पत्नी जहिरुन्निसा के नाम पर पंजीकृत है, अवैध रूप से निर्मित है.
20 मार्च को नगर निगम के अधिकारियों ने इस घर का निरीक्षण किया था और महाराष्ट्र क्षेत्रीय एवं नगर योजना अधिनियम, 1966 के उल्लंघन का हवाला दिया था. अधिकारियों का कहना है कि इस घर का कोई भवन योजना स्वीकृत नहीं थी, जिससे यह अवैध निर्माण की श्रेणी में आता है. शनिवार को नागपुर पुलिस ने फहीम खान की अल्पसंख्यक डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) से जुड़े हिंसा के आरोपियों की ओर से इस्तेमाल किए गए दो दुकानों को भी सील कर दिया था.
नागपुर में हटाया गया कर्फ्यू
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि नागपुर में कर्फ्यू हटा लिया गया है, क्योंकि शहर में स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण है. उन्होंने कहा था, ‘‘नागपुर में स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण है. कहीं भी कोई तनाव नहीं है. सभी धर्मों के लोग एक साथ शांति से रह रहे हैं, इसलिए कर्फ्यू हटा लिया गया है.’
गत 17 मार्च को हुई हिंसा के बाद कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांति नगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामबाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया था. नागपुर के कई हिस्सों में उस समय बड़े पैमाने पर पथराव और आगजनी की खबरें आईं, जब यह अफवाह फैली कि छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन के दौरान एक पवित्र पुस्तक की पंक्तियां लिखी एक चादर कथित तौर पर जलाई गई.
नागपुर हिंसा में अब तक 112 आरोपी गिरफ्तार
हिंसा में पुलिस उपायुक्त स्तर के तीन अधिकारियों समेत 33 पुलिसकर्मी घायल हो गए. हिंसा के सिलसिले में शनिवार को सात लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिससे हिरासत में लिए गए लोगों की कुल संख्या 112 हो गई. इससे पहले, 20 मार्च को नंदनवन और कपिल नगर थाना क्षेत्रों से तथा 22 मार्च को पचपावली, शांति नगर, लकड़गंज, सक्करदरा और इमामबाड़ा क्षेत्रों से कर्फ्यू हटा लिया गया था.
नागपुर के पुलिस आयुक्त रविंदर सिंघल ने रविवार को दोपहर तीन बजे से शेष बचे गणेशपेठ, तहसील और यशोधरा नगर थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू हटाने का आदेश दिया. एक अधिकारी ने बताया कि संवेदनशील क्षेत्रों में स्थानीय पुलिस की तैनाती के साथ गश्त जारी रहेगी.
Source: IOCL





















