Mumbai Pollution: मुंबई में बढ़ते पॉल्यूशन के मुद्दे पर विपक्ष हमलावर, आदित्य ठाकरे ने कही ये बात
Aaditya Thackeray On Mumbai Pollution: शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने मुंबई में प्रदूषण पर कहा कि, मुंबई में AQI बढ़ रहा है और हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है. यह मुद्दा पिछले साल भी हुआ था.
Mumbai News: इन दिनों मुंबई में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. यह लगातार दूसरा साल है, जब मुंबई में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में जाती नजर आ रही है. बताया जा रहा है कि इसका मुख्य कारण यहां हो रहे निर्माण कार्य हैं. मुंबई में प्रदूषण को लेकर कांग्रेस लगातार हमलावर हो रही है. इसी बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) का बयान आया है. अपने बयान में आदित्य ठाकरे ने मौजूदा सरकार पर हमला बोला है.
मुंबई प्रदूषण पर आदित्य ठाकरे का बयान
शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) ने कहा कि, मुंबई में AQI बढ़ रहा है और हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है. यह मुद्दा पिछले साल भी हुआ था. जब हमारी सरकार थी, तो मुंबई क्लाइमेट एक्शन प्लान जारी किया गया था जो है अभी भी बीएमसी ऐप में मौजूद है. दुर्भाग्य से, इस साल वर्तमान सरकार, जो वास्तव में एक सरकार नहीं बल्कि एक शासन है, ने इस मुद्दे पर कोई जांच नहीं की है. बता दें कि मुंबई में फिलहाल 6,000 जगहों पर निर्माण कार्य चल रहा है. वहीं बढ़ते प्रदूषण के साथ मुंबई के लोगों का स्वास्थ्य भी खतरे में पड़ रहा है.
पॉल्यूशन को लेकर विपक्ष हमलावर
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही मुंबई कांग्रेस प्रमुख वर्षा गायकवाड़ ने दावा किया था कि पिछले कुछ दिनों में शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खतरनाक स्तर को पार कर जाने के कारण लोग सांस संबंधित बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं और उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से पूर्ववर्ती महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार की जलवायु कार्य योजना को लागू करने की मांग की थी. उन्होंने मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में सभी परियोजनाओं के खर्च के ऑडिट की भी मांग की थी. साथ ही परियोजनाओं की लागत में कई गुना बढ़ोतरी होने को लेकर आलोचना की थी.
मुंबई में 6 हजार जगहों पर चल रहा निर्माण
इसके अलावा बीएमसी के आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने शुक्रवार (20 अक्टूबर) को समीक्षा बैठक की थी. जिसमें बताया गया कि मुंबई में फिलहाल 6 हजार जगहों पर निर्माण कार्य चल रहा है. वहीं नए गाइडलाइन के मुताबिक धूल और प्रदूषण नियंत्रण के उपाय नहीं किए जाने पर निजी के साथ-साथ सरकारी निर्माण भी बंद कर दिए जाएंगे. धूल से बचाव के लिए निर्माणाधीन भवनों के स्थानों को 35 फीट ऊंची चादरों से घेरना अनिवार्य होगा. सभी निर्माण स्थलों पर 15 दिन के अंदर स्प्रिंकलर और एक महीने के अंदर स्मॉग गन सिस्टम लगाने के निर्देश दिए गए. शहर के 50 से 60 सड़कों पर सुबह स्मॉग गन से सूक्ष्म छिड़काव किया जाएगा.
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