मुंबई: RA स्टूडियो किडनैपिंग केस की पूरी कहानी, पुलिस को अंदर देख आरोपी का ऐसा था रिएक्शन
Mumbai Hostage News: शुरुआत में आरोपी पुलिस की बात सुन रहा था और सहयोग भी कर रहा था. उसने बातचीत के दौरान दीपक केसरकर का नाम भी लिया

मुंबई के पवई स्थित RA स्टूडियो में किडनैपिंग केस पूरे शहर के लिए सनसनी बन गया. आरोपी रोहित आर्या ने वेब सीरीज़ ऑडिशन के नाम पर बच्चों को बुलाया और बाद में उन्हें बंधक बना लिया. उसने पुलिस पर हमला किया. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वो घायल हो गया और इलाज के दौरान मौत हो गई. सुबह 8 बजे सभी बच्चे और आरोपी रोहित आर्या पवई के स्टूडियो में पहुंच गए थे.
आरोपी ने बच्चों को अंदर बुलाकर दरवाज़े बंद कर लिए और कुछ समय बाद वहां मौजूद अभिभावकों को एक वीडियो भेजा. उसने कहा, "इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करो." इस वीडियो के सामने आते ही अभिभावकों में दहशत फैल गई और सोसायटी में भी हड़कंप मच गया.
सोसाइटी के सदस्य ने पुलिस को दी जानकारी
करीब दोपहर 1:30 बजे सोसायटी के एक सदस्य ने पवई पुलिस स्टेशन पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी दी. इसके बाद पुलिस की टीम फौरन आरए स्टूडियो पहुंची. करीब एक घंटे तक पुलिस और आरोपी के बीच फोन पर बातचीत हुई.
शुरुआत में पुलिस का सहयोग कर रहा था आरोपी
शुरुआत में आरोपी पुलिस की बात सुन रहा था और सहयोग भी कर रहा था. उसने बातचीत के दौरान दीपक केसरकर का नाम भी लिया. आरोपी ने कहा, “मुझे तुम पर भरोसा नहीं है.”
2 बजे आरोपी को किया गया आखिरी बार कॉल
जब आरोपी ने सहयोग करना बंद कर दिया तब पुलिस ने अंदर घुसने की रणनीति बनानी शुरू की. दोपहर 2 बजे आरोपी को आखिरी बार कॉल किया गया. उसे समझाया गया कि 'तुम्हारी मांगें पूरी की जाएंगी, बच्चों को छोड़ दो.'
परिवार वालों से भी कराई आरोपी की बात
पुलिस ने आरोपी की उसके परिवार वालों से भी बात कराई गई लेकिन कोई असर नहीं हुआ. करीब 3 बजे से ऑपरेशन की प्लानिंग शुरू हुई. 3:30 बजे पुलिस ने ग्रिल तोड़ना शुरू किया और 4:30 बजे पुलिस की टीम अंदर दाखिल हुई. अंदर पहुंचकर पुलिस ने देखा कि आरोपी ने बच्चों को दो ग्रुप में बांट रखा था एक कमरे में 8 बच्चे बंद थे जबकि दूसरे ग्रुप को अपने साथ रखा था.
बाथरूम के साथ स्टूडियो में दाखिल हुई पुलिस
जहां आरोपी मौजूद था वहां उसने पूरे फ्लोर पर केमिकल छिड़क रखा था जिससे स्थिति और भी खतरनाक हो गई थी. पुलिस की एक टीम बाथरूम के रास्ते से स्टूडियो में दाखिल हुई. सबसे आगे API अमोल वाघमारे थे, जो सिविल ड्रेस में थे. सिविल ड्रेस की वजह से आरोपी ने उन्हें पुलिस नहीं पहचाना.
आरोपी पुलिस को देखकर चौंका
जैसे ही पुलिस अंदर दाखिल हुई आरोपी ने पूछा, “तुम कौन हो, अंदर कैसे आए?” फिर वह अपने बैग की ओर कुछ निकालने के लिए झुका. उसी पल API अमोल वाघमारे ने जवाबी कार्रवाई में एक राउंड फायर किया जो रोहित आर्या की छाती के दाहिने हिस्से में जा लगी.
पुलिस के मुताबिक, गोली 9 एमएम पिस्तौल से चलाई गई थी और सिर्फ एक राउंड फायर हुआ. इसके बाद घायल आरोपी रोहित आर्या को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने सोशल मीडिया पर एक वेब सीरीज़ ऑडिशन का विज्ञापन डाला था. यह ऑडिशन पिछले चार दिनों से चल रहा था. 17 बच्चों को फाइनल लिस्ट में चुना गया था.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























