Milind Deora: कांग्रेस से परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता तोड़ने पर मिलिंद देवड़ा का पहला रिएक्शन, जानें क्या कहा?
Milind Deora Resigns: पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना जॉइन कर ली है. कांग्रेस छोड़ने के बाद उन्होंने पहली बार प्रतिक्रिया दी है.

Maharashtra News: मिलिंद देवड़ा (Milind Deora) के कांग्रेस से इस्तीफा दिए जाने की खबर सामने आने के बाद हर कोई यह जानना चाहता था कि उन्होंने ऐसा क्यों किया और आगे क्या करेंगे. देवड़ा ने दोपहर तक आते-आते स्थिति साफ कर दी और शिंदे गुट की शिवसेना (Shivsena) में शामिल हो गए और फिर कांग्रेस (Congress) छोड़ने का कारण भी बता दिया. कांग्रेस छोड़ने के बाद उनकी पहली प्रतिक्रिया आई और उन्होंने कहा कि ''जब मैंने कांग्रेस ज्वाइन किया था तब की कांग्रेस और आज की कांग्रेस में बहुत फर्क है.''
मिलिंद देवड़ा ने कहा, ''मेरे लिए आज बहुत भावुक दिन है. मैंने कभी कांग्रेस छोड़ने का नहीं सोचा था. मैंने शिवसेना जॉइन कर ली है.'' देवड़ा ने आगे बहुत साफ शब्दों में कहा, '' सुबह से बहुत लोगों के फोन आ रहा हैं. लोग पूछ रहे हैं कि मिलिंद जी आपने अपने फैमिली का 55 साल का रिश्ता कांग्रेस के साथ क्यों तोड़ा? मैं एक बात कहना चाहता हूं कि मैं कांग्रेस के सबसे चुनौतिपूर्ण दशक में उसका लॉयल रहा हूं, लेकिन अफसोस है कि आज की कांग्रेस और 1968 की कांग्रेस जब मेरे पिता जी ने जॉइन किया था, 2004 की कांग्रेस जब मैं शामिल हुआ था, दोनों कांग्रेस में बहुत अंतर है और बहुत फर्क है. यदि कांग्रेस और शिवसेना-यूबीटी कंस्ट्रक्टिव और सुधारात्मक सुझावों, मेरिट और योग्यता को महत्व देती तो आज एकनाथ जी और मैं यहां नहीं बैठे होते.''
'जो कांग्रेस आर्थिक सुधार लाई आज उद्योगपतियों को एंटी नेशनल बुलाती है'
आगे कांग्रेस छोड़ने के कारणों को गिनाते हुए उन्होंने कहा, ''एकनाथ जी को बड़ा फैसला लेना पड़ा, मुझे बड़ा निर्णय लेना पड़ा और आज अफसोस की बात है कि वही पार्टी जिस पार्टी की सरकार में 30 साल पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जो कि उस वक्त वित्त मंत्री हुआ करते थे, ने आर्थिक सुधार लाए थे. वह पार्टी उद्योगपतियों को गाली दे रही है और उद्योगपतियों को एंटी नेशनल बुला रही है.''
कांग्रेस का एक ही उद्देश्य मोदी का विरोध करना- देवड़ा
देवड़ा ने आगे कहा, ''जो पार्टी देश को कंस्ट्रक्टिव सुझाव देती थी कि कैसे देश को आगे ले जाना है. आज उस पार्टी का एक ही उद्देश्य है कि मोदी जो कहेंगे जो कहते हैं जो कर्म करते हैं, उसके खिलाफ बोलो. कल अगर बोलेंगे कि कांग्रेस अच्छी पार्टी है तो उसका भी विरोध करेंगे. मैं जिस राजनीति में विश्वास करता हूं मैं पॉलिटिक्स ऑफ गेन (GAIN) में विश्वास करता हूं यानी ग्रोथ, एस्पिरेशन, इन्क्लुसिविटी और नेशनलिटी में विश्वास करता हूं. मैं PAIN की राजनीति में विश्वास नहीं करता यानी पर्सनल अटैक, इनजस्टिस और निगेटिविटी में भरोसा नहीं करता.
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