पहलगाम आतंकी हमले के नाम पर 70 लाख की ठगी, मुंबई में बुजुर्ग व्यक्ति को किया डिजिटल अरेस्ट
Mumbai News: मुंबई के परेल में ठगों ने आदित्य बिड़ला ग्रुप के पूर्व एमडी को डिजिटल अरेस्ट का शिकार बनाकर 70 लाख रुपये ठग लिए. साइबर क्राइम विभाग ने जांच शुरू कर आरोपियों की तलाश तेज की.

महाराष्ट्र के मुंबई के परेल इलाके में एक चौंकाने वाला डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है. ठगों ने 75 साल के वरिष्ठ नागरिक और आदित्य बिड़ला ग्रुप के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर को यह कहकर फंसा लिया कि कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले की जांच में उनका नाम सामने आया है.
इस झूठे आरोप और गिरफ्तारी के डर से पीड़ित बुजुर्ग ने अपनी जीवनभर की कमाई में से 70 लाख रुपये ठगों से बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दिए. आरएके मार्ग पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 25 सितंबर को दोपहर करीब 3:57 बजे पीड़ित को एक महिला का कॉल आया.
वीडियो कॉल पर IPS वर्दी में ठगों की ठगी
महिला ने खुद को विनीता शर्मा बताते हुए एटीएस कंट्रोल रूम, नई दिल्ली की अधिकारी बताया. महिला ने दावा किया कि पीड़ित के मोबाइल नंबर और आधार कार्ड का इस्तेमाल संदिग्ध गतिविधियों में हुआ है. कुछ ही देर बाद पीड़ित को एक वीडियो कॉल आया, जिसमें एक व्यक्ति ने खुद को IG प्रेमकुमार गौतम बताते हुए IPS वर्दी में पेश किया.
उसने गिरफ्तारी, बैंक अकाउंट सीज करने और पासपोर्ट ब्लॉक करने की धमकी दी. इसके बाद ठगों ने पीड़ित से उनकी राजनीतिक विचारधारा, आय, बैंक खातों, फिक्स्ड डिपॉजिट, स्टॉक होल्डिंग्स और पत्नी की जानकारी भी निकलवाई.
पीड़ित मानसिक तनाव में आ गए
ठगों ने RBI के फर्जी नियमों का हवाला देकर कहा कि उनके पैसों को पहले “व्हाइट मनी” प्रमाणित करना होगा. इस झांसे में आकर पीड़ित ने तीन अलग-अलग बैंक खातों में कुल 70 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. पैसे लेने के बाद ठगों ने उन्हें व्हाट्सऐप पर एक फर्जी RBI अॅक्नॉलेजमेंट भी भेजा.
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि ठगों ने उनके मोबाइल, पत्नी के दोनों मोबाइल नंबर और घर के कंप्यूटर को निगरानी में रखने की बात कहकर अस्थायी रूप से बंद करवा दिया. साथ ही, उन्हें निर्देश दिया गया कि वे किसी से संपर्क न करें. इससे पीड़ित मानसिक तनाव में आ गए.
पुलिस गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी
28 सितंबर को जब ठगों ने 1 करोड़ की फिक्स्ड डिपॉजिट ट्रांसफर करने का दबाव बनाया, तो पीड़ित को ठगी का शक हुआ और उन्होंने तुरंत आरएके मार्ग पुलिस स्टेशन पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई.
मुंबई साइबर क्राइम विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्च प्राथमिकता पर जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने ठगों के सभी व्हाट्सऐप संदेश, ऑडियो रिकॉर्डिंग और बैंक डिटेल्स जब्त कर लिए हैं. अब पुलिस साइबर ट्रेल और बैंक खातों के जरिए आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है.
Source: IOCL























