महाराष्ट्र विधानसभा सत्र खत्म, विपक्ष का सरकार पर हमला, लगाए गंभीर आरोप
Maharashtra Assembly Session: शीतकालीन सत्र के बाद विपक्ष ने सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. विजय वडेट्टीवार ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार के पुत्र पार्थ पवार पर पुणे जमीन घोटाले का मुद्दा उठाया.

महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन सत्र संपन्न होने के बाद आज विपक्ष ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर सरकार पर जोरदार हमला बोला. विपक्ष विभिन्न गंभीर मुद्दों को उठाकर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है, वहीं सत्तारूढ़ दल भी सख्ती से पलटवार कर रहा है. इसी बीच, विपक्ष ने पुणे के एक कथित जमीन घोटाले में उप मुख्यमंत्री अजित पवार के पुत्र पार्थ पवार पर लगे आरोपों को जोर-शोर से उठाया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विपक्ष नेता विजय वडेट्टीवार ने इस मुद्दे पर सरकार को सीधी चेतावनी दी और व्यंग्यात्मक तंज कसे. उन्होंने कहा कि 'न खाऊंगा, न खाने दूंगा' नहीं, 'आधा-आधा बांटकर खाएंगे'
'सरकार की नीति और नीयत पर बोला हमला'
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए विजय वडेट्टीवार ने सरकार की नीति और नीयत पर सीधा हमला बोला. उन्होंने उपमुख्यमंत्री अजित पवार के कथित आदर्श वाक्य पर कटाक्ष करते हुए कहा, “अगर बाड़ ही खेत खाने लगे और वह साफ दिखाई दे रहा हो... मैं कल भी कह रहा था ‘न खाऊंगा और न खाने दूंगा’, लेकिन [अब] जो मिलेगा वह आधा-आधा बांटकर खाएंगे.”
वडेट्टीवार ने आरोप लगाया कि पार्थ पवार से जुड़े सवाल उठाने के बावजूद सत्र के दौरान कोई जवाब नहीं मिला और मुख्यमंत्री भी इस मुद्दे पर चुप रहे, जिसे एक तरह से पार्थ पवार को 'क्लीन चिट' देने जैसा माना जा सकता है.
प्रतियोगी परीक्षा के नाम पर वार
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए वडेट्टीवार ने एक अनोखा तरीका अपनाया. उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि विपक्ष जल्द ही महाराष्ट्र स्तर की एक सामान्य ज्ञान परीक्षा आयोजित करेगा, जिसमें बच्चों से सवाल पूछे जाएंगे: "सबसे ज्यादा खाने वाला कहां जाएगा?" "सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार करने वालों को कहां मौका मिलता है?" उन्होंने कहा कि अगर किसी ने शर्म-लाज ही छोड़ दी हो तो उसका कोई इलाज नहीं है. लेकिन उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि यह मुद्दा यहीं खत्म नहीं होगा, और विपक्ष इसे लगातार उठाता रहेगा.
'महाराष्ट्र को लूटने का फैसला कर लिया है'
वडेट्टीवार ने दावा किया कि भले ही विधानसभा में विपक्ष की संख्या कम हो, लेकिन उनकी ताकत कम नहीं हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दों का जवाब नहीं देती है क्योंकि "जिन्हें भ्रष्टाचार की आदत हो चुकी है" उन्हें लूटने का फैसला कर लिया है.
उन्होंने तीखा प्रहार करते हुए कहा, "भ्रष्टाचार वे करेंगे, घोटाले वे करेंगे और उल्टा विपक्ष से ही सवाल करेंगे कि ये मुद्दे आपने सत्र में क्यों उठाए नहीं? यही सब चल रहा है."
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Source: IOCL























