Maharashtra News: रायगढ़ किले में कुत्ते के स्मारक पर बोले CM देवेंद्र फडणवीस, 'हर मुद्दे पर विवाद...'
Maharashtra News: पूर्व राज्यसभा सदस्य और कोल्हापुर राजपरिवार के वंशज संभाजीराजे छत्रपति ने सीएम से ऐतिहासिक स्थल पर शिवाजी महाराज की समाधि के पास स्थित कुत्ते की मूर्ति को हटाने का आग्रह किया है.

Maharashtra News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि रायगढ़ किले में छत्रपति शिवाजी महाराज के स्मारक के पास बने कुत्ते के स्मारक पर फैसला गहन विचार-विमर्श के बाद लिया जाएगा. सीएम फडणवीस ने कहा (मराठा राजवंश के) होलकरों ने इस स्मारक के लिए वित्तीय योगदान दिया था. यह कई वर्षों से वहां है. हर मुद्दे पर विवाद पैदा करने की कोई जरूरत नहीं है.
पूर्व राज्यसभा सदस्य और कोल्हापुर राजपरिवार के वंशज संभाजीराजे छत्रपति ने मुख्यमंत्री से ऐतिहासिक स्थल पर शिवाजी महाराज की समाधि के पास स्थित कुत्ते की मूर्ति को हटाने का आग्रह किया है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वे मुद्दे पर विस्तृत विचार-विमर्श के बाद फैसला लेंगे.
ये किले पर अतिक्रमण- संभाजीराजे
स्मारक को लेकर सीएम देवेंद्र फडणवीस को हाल ही में लिखे पत्र में संभाजीराजे ने कहा, "शिवाजी महाराज के पालतू कुत्ते वाघ्या के बारे में कोई दस्तावेजी प्रमाण नहीं है. चूंकि, ऐसा कोई प्रमाण नहीं है, इसलिए यह (कुत्ते का स्मारक) किले पर अतिक्रमण है, जिसे कानूनी तौर पर एक विरासत संरचना के रूप में संरक्षित किया गया है."
रायगढ़ किले में कुत्ते के स्मारक को लेकर सच क्या?
ऐसा माना जाता रहा है कि रायगढ़ किले में कुत्ते का स्मारक, छत्रपति शिवाजी महाराज के कथित पालतू कुत्ते वाघ्या की याद में बनाया गया था. किंवदंतियों के मुताबिक वाघ्या शिवाजी महाराज का भरोसेमंद कुत्ता था. कहा जाता है कि छत्रपति शिवाजी के देहांत के बाद वाघ्या ने भी उनकी चिता में छलांग लगाकर आत्मदाह कर लिया था.
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का क्या कहना है?
हालांकि अब संभाजीराजे के दावे के बाद इस स्मारक और वाघ्या के अस्तित्व को लेकर विवाद गहरा गया है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) का भी कहना है कि इस तरह के कुत्ते का कोई भी लिखित प्रमाण उपलब्ध नहीं है.
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Source: IOCL























