Bihar Election: '2 फीसदी वाली पार्टी से डिप्टी CM और 19 परसेंट मुस्लिम...', महागठबंधन के ऐलान पर भड़के वारिस पठान
Bihar Election 2025: महागठबंधन के द्वारा मुकेश साहनी को डिप्टी CM का चेहरा बनाने पर AIMIM नेता वारिस पठान के तंज कसा है. उन्होंने मुस्लिम हिस्सेदारी नजरअंदाज करने पर कड़ा विरोध जताया.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए महागठबंधन ने अपने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री चेहरे का ऐलान कर दिया है. इस घोषणा के तहत सीएम के लिए आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और डिप्टी सीएम के लिए वीआईपी प्रमुख मुकेश साहनी को चुना गया है.
यह ऐलान राज्य की राजनीतिक सरगर्मियों में नया मोड़ लेकर आया है, क्योंकि इस फैसले के बाद AIMIM महागठबंधन पर हमलावर हो गया है. AIMIM ने डिप्टी सीएम चेहरे को लेकर कड़े तंज कसे हैं और सवाल उठाया है कि क्या सिर्फ वोट के लिए मुसलमानों को नजरअंदाज किया गया है.
महागठबंधन में मुस्लिम हिस्सेदारी नजरअंदाज- AIMIM
AIMIM के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान ने कहा कि महागठबंधन की यह चाल उनकी कूटनीतिक नीयत को उजागर करती है. उन्होंने सवाल उठाया कि 19% मुस्लिम आबादी के बावजूद महागठबंधन में एक भी मुस्लिम चेहरा उपमुख्यमंत्री पद के लिए क्यों नहीं चुना गया. वारिस पठान का कहना है कि "2% वाला उपमुख्यमंत्री बन सकता है और 19% वाले मुसलमानों को नजरअंदाज किया गया है." उन्होंने यह भी जोड़ते हुए कहा कि मुसलमान केवल वोट देने के लिए हैं या उन्हें मुख्यधारा में शामिल किया जाएगा, यह सवाल गंभीर है.
आरजेडी और महागठबंधन ने स्पष्ट किया है कि यह चुनाव बिहार में विकास, भ्रष्टाचार और न्याय की लड़ाई है. तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री चेहरा बनाना गठबंधन की रणनीति का अहम हिस्सा है, जबकि मुकेश साहनी का डिप्टी सीएम चेहरा बनाने का निर्णय वीआईपी के प्रभाव और राजनैतिक समीकरण को ध्यान में रखकर लिया गया है.
#WATCH | Mumbai | On RJD leader Tejashwi Yadav announced as the CM face of the Mahagathbandhan, AIMIM National Spokesperson Waris Pathan says, "Look at how their hypocrisy is exposed... On one side, they talk of 'Jiski Jitni sankhya bhari, uski utni hissedari'. According to this,… pic.twitter.com/Dz555TuBIM
— ANI (@ANI) October 23, 2025
बिहार में AIMIM की प्रतिक्रिया और भविष्य की रणनीति
वारिस पठान ने यह भी कहा कि AIMIM बिहार में न्याय और हिस्सेदारी की लड़ाई लड़ रहा है और उनकी पार्टी कई उम्मीदवारों को विधानसभा में भेजकर अपनी ताकत दिखाएगी. एएनआई को दिए बयान में उन्होंने कहा कि जनता को यह देखना चाहिए कि राज्य में किस तरह अन्याय और असमानता हो रही है. AIMIM का यह कहना है कि उन्हें महागठबंधन के साथ सहयोग की उम्मीद थी, लेकिन इस तरह के फैसले से उनके विश्वास में दरार आई है. पार्टी बिहार में अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करने और मुस्लिम समुदाय की वास्तविक हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय रहेगी.
Source: IOCL























