Sehore News: CM शिवराज के विधानसभा क्षेत्र के इस गांव की अनूठी पहल, अब नशा करने वालों की खैर नहीं
Nasha Mukti Abhiyan: गांव में शराब पीकर आने वाले को जुर्माना भरना पड़ेगा. वहीं बेचने वालों को 11 हजार रुपए का जुर्माना देना होगा.

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश सरकार द्वारा नशा मुक्ति के लिए शुरू किए गए अभियान का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) के गृह जिले सीहोर (Sehore) में जबरदस्त असर देखने को मिल रहा है. मुख्यमंत्री की बुधनी विधानसभा क्षेत्र (Budhni Assembly Constituency) के अंतर्गत आने वाले एक गांव के ग्रामीणों ने नशा मुक्त गांव बनाने के लिए अहम फैसला लिया है. ग्रामीणों द्वारा लिए गए निर्णय के मुताबिक गांव में शराब पीकर आने वाले और शराब बेचने वालों पर जुर्माना राशि निर्धारित की गई है. ग्रामीणों की इस पहल की सीहोर जिले में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में सराहना की जा रही है.
देना होगा 5,100 रुपए जुर्माना
बता दें कि जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम बड़नगर के ग्रामीणों ने एक अनोखी पहल की है. शासन द्वारा शुरु किये गए नशामुक्ति अभियान के तहत ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से शपथ ली कि आज के बाद गांव में कोई भी व्यक्ति नशे का सेवन नहीं करेगा. गांव में शराब पीकर आने वाले को 5,100 रुपए का जुर्माना भरना पड़ेगा. वहीं बेचने वालों को 11 हजार रुपए का अर्थदंड देना होगा. इसके अलावा ग्रामीणों के द्वारा समझाने के बाद भी यदि कोई व्यक्ति शराब बेचता या पीता हैं तो उसके खिलाफ पंचायत द्वारा कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती हैं और जेल भेजा जाऐगा.
जगह-जगह लगाए सूचना बोर्ड
इस पहल को शुरू करते हुए पहले दिन गांव की समस्त किराना और अन्य दुकानों पर 40 हजार रुपए कीमत का गुटखा पाउच जब्त कर ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से उसकी होली जलाई. गांव के वरिष्ठ जनों ने ग्रामीणों को समझाया कि नशा एक सामाजिक बुराई हैं जिसे हम सब मिलकर दूर कर सकते हैं. ग्राम के सरपंच रामभरोस पंवार के नेतृत्व में ग्राम में जगह-जगह सूचना बोर्ड भी लगाए गए हैं जिसपर साफ तौर पर लिखा है कि, धूम्रपान, गुटखा, पाउच, शराब, जुआ सट्टा पर ग्राम में पूरी तरह प्रतिबंध है.
एसडीएम ने इसपर क्या कहा
एसडीएम दिनेश सिंह तोमर ने बताया कि, गांव के ग्रामीणों की एक अनोखी पहल थी जिसमें प्रशासन और समाजसेवी पंचायत सचिव के सहयोग से पूरा गांव आज नशे से मुक्त हो गया है. लोग गांव के अंदर शराब, सिगरेट और तम्बाकू नहीं पीते और खाते भी नहीं है. दूसरे गांव के लोगों को भी इस गांव से प्रेरणा और सीख लेना चाहिए.
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