MP News: मध्य प्रदेश के इस गांव में नहीं है एक भी बीपीएल कार्डधारक, महिलाओं ने ऐसे बदली पहचान
श्योपुर जिले के दुबड़ी गांव की महिलाओं ने गांव की तकदीर बदल दी है. यहां जानें आखिर कैसे बदली गांव की तस्वीर.

MP News: श्योपुर जिले के जनजाति बाहुल्य दुबड़ी गांव की महिलाएं आजीविका मिशन से जुड़कर आत्मनिर्भरता की नई इबारत लिख रही हैं. यह प्रदेश का चौथा ऐसा गांव है जहां एक भी परिवार गरीबी रेखा के नीचे नहीं है. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने इस गांव की तस्वीर बदलने में अहम भूमिका निभाई है. यहां की महिलाएं किसी न किसी आजीविका मिशन से जुड़ी हुई हैं.
आजीविका मिशन से जुड़ने के बाद सबसे पहले इन महिलाओं ने बचत करना सीखा और अपने पंसद के काम में हाथ आजमाया. समूह की मदद के साथ ही इन्होंने खेती किसानी के साथ ही बिजनेस में अपना हाथ आजमाया. यहां का हर परिवार आत्मनिर्भर है.
ग्राम महिला संगठन दुबड़ी अध्यक्ष, काली बाई ने बताया कि इससे जुड़ने से पहले उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय थी. अभी वह ठेके पर तालाब लेकर मछली पालन के व्यवसाय से जुड़ी हैं. वहीं चमेली आदिवासी ने बताया कि जब से आजीविका मिशन से जुड़े हैं सभी अपने पैरों पर खड़े हैं हमें रोजगार के लिए गांव के बाहर नहीं जाना पड़ता यहीं रोजगार मिल जाता है. इस बाबत श्योपुर के कलेक्टर द्वारा एक वीडियो शेयर किया गया है.
जिसके मुताबिक प्रत्येक परिवार में महिलाओं की मेहनत की बदौलत खुशहाली है. गांव में एक भी बीपीएल कार्ड धारी नहीं है. इस पर राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि आजीविका मिशन से जुड़ी श्योपुर की मेरी बहनों ने परिश्रम से चमत्कार कर दिखाया. आपकी लगन, मेहनत और समर्पण को प्रणाम करता हूं. आप सभी धन्य हैं. गांव को गरीबी रेखा से ऊपर लाने का प्रयास अनुकरणीय है.
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Source: IOCL























