MP: 7 नवंबर से शराबबंदी को लेकर अभियान चलाएंगी उमा भारती, इस दौरान नहीं जाएंगी घर
मध्य प्रदेश में शराब बंदी (Liquor Ban In MP) के लिए पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अभियान चलाने जा रही हैं. उन्होंने कहा है कि 7 नवंबर से शुरू होनेवाला 14 जनवरी यानी संक्रांति तक जारी रहेगा.
मध्य प्रदेश में शराबबंदी (Liquor Ban In MP) की मांग पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) अक्सर करती रही हैं. बयान से सरकार को असहज में डालनेवाली उमा भारती ने शुक्रवार को भोपाल में प्रेस वार्ता करते सभी को चौंका दिया. उमा भारती ने 7 नवंबर से शराबबंदी की मांग के लिए अभियान शुरू करने का एलान किया. उन्होंने बताया कि अगले साल 14 जनवरी यानी संक्रांति तक शराबबंदी अभियान चलेगा. उन्होंने अभियान के दौरान घर भी नहीं जाने की घोषणा की.
अब उमा भारती को कैसे मनाएंगे शिवराज सिंह चौहान?
उन्होंने कहा कि शराबबंदी की मांग के लिए शुरू किए गए अभियान में नदी किनारे, पेड़ के नीचे, शराब दुकान के सामने टेंट में चौपाल लगाऊंगी. उमा भारती ने आगे बताया कि शराबबंदी की मांग के लिए अभियान चलाने का फैसला हाल ही में बंद किए गए कुछ अहाते एवं दुकानों का उदाहरण है. मुख्यमंत्री ने मुझे सूचित किया था कुछ शराब की दुकानों को बंद कर दिया गया है. हालांकि दुकानें खुली रहीं. शराब के व्यापारियों को कोर्ट से स्टे लाने का पर्याप्त समय मिल गया. मैं हंसी का पात्र बनकर ठगी सी रह गई. इसलिए मुझे शराबबंदी के लिए अभियान शुरू करने का निर्णय लेना पड़ रहा है.
एमपी में शराबबंदी को लेकर @umasribharti का हठ, सात नवंबर से घर में रहना छोड़ देंगी, टेंट लगायेगी या फिर झोपड़ी में रहेंगी. अब कैसे मनाएँगे @ABPNews @abplive pic.twitter.com/2ezd3hZ8OB
— Nitinthakur (@Nitinreporter5) October 7, 2022
शराबबंदी की मांग के लिए शुरू होने जा रहा है अभियान
उन्होंने नियंत्रित शराब वितरण व्यवस्था मध्य प्रदेश में लागू करने की मांग की. उन्होंने कहा कि शराब के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जाए. पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का कहना है कि अभियान से मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल करने में लगे हुए सरकारी अमले सजग रहेंगे. खासकर विधि विभाग स्टे लेने का मौका नहीं देगा. उन्होंने बताया कि लाखों लोगों की जिंदगी और भविष्य बचाने के लिए दो महीने की साधना मुझे धन्य करेगी.
उमा भारती ने कहा कि शराब नीति में मध्य प्रदेश अन्य राज्यों के लिए मॉडल स्टेट बनेगा. 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर सरकारी कार्यक्रम के अलावा महिलाओं का मार्च भी गांधी प्रतिमा तक हुआ. मार्च में भाग लेनेवाली महिलाओं की इच्छा थी कि हम भी सरकारी अभियान के साथ पूरे प्रदेश में अपना भ्रमण अभियान चलाएं. उमा भारती के एलान से मध्य प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है.