MP Election 2023: क्या सीएम की रेस में बने हुए हैं शिवराज? बयानों ने राजनीतिक पंडितों को भी चौंकाया
MP Election: MP विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सीएम उम्मीदवार को लेकर अटकलें काफी तेज हो गई. कांग्रेस नेता आरोप लगा रहे हैं कि BJP का केंद्रीय नेतृत्व शिवराज सिंह चौहान का नाम तक लेने को तैयार नहीं है

MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में अगर बीजेपी फिर से विधानसभा का चुनाव जीत जाती है तो क्या शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बनेंगे? मध्य प्रदेश की राजनीति में यह प्रश्न अबूझ पहेली बनता जा रहा है. कांग्रेस नेता साफ आरोप लगा रहे हैं कि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व शिवराज सिंह चौहान का नाम तक लेने को तैयार नहीं है. वहीं, बीजेपी की ओर से भी शिवराज सिंह चौहान को सीएम फेस ना बताए जाने से यह सवाल और टेढ़ा होता जा रहा है.लेकिन, शिवराज सिंह चौहान के अलग-अलग बयान राजनीतिक समीक्षकों को अभी भी चौंका रहे हैं.
धार में गुरुवार (5 अक्टूबर) को जब कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पब्लिक के बीच कह रही थी कि आजकल मोदी जी यहां आते हैं, लेकिन शिवराज सिंह चौहान का नाम लेने में उन्हें शर्म आती है,तो जबलपुर में सीएम चौहान पीएम मोदी के सामने जनता से अपने किए काम का प्रमाण मांग रहे थे. धार की पब्लिक मीटिंग में प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि शिवराज सिंह चौहान अब सीएम नहीं बनने वाले हैं. सीएम चौहान ने जबलपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए जनता से भी पूछा कि हमने अच्छी सरकार चलाई या बुरी सरकार चलाई. जोरदार आवाज में जनता ने जवाब दिया कि अच्छी सरकार चलाई.
पीएम ने किसी भी योजना का बखान नहीं किया
हालांकि,अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने कृषि के क्षेत्र में मध्य प्रदेश की उपलब्धियों का जिक्र तो किया, लेकिन उन्होंने शिवराज सरकार की किसी भी योजना का बखान नहीं किया. वहीं, कहा जा रहा है कि बीजेपी ने अपने थीम सॉन्ग "एमपी के मन में मोदी है, मोदी के मन में एमपी है" में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बाहर रखा है. लेकिन,केंद्रीय नेतृत्व की इस बेरुखी के बीच कोई भी यह नहीं जान पा रहा है कि शिवराज के मन में क्या चल रहा है? शिवराज के पिछले दिनों के बयानों ने उनके भविष्य को लेकर लगाए जा रहे कयासों को और उलझा दिया है.
'लड़ने में बहुत तेज हूं'
आईए जानते हैं कि पिछले दिनों शिवराज ने अपने भाषणों में क्या कहा, जो राजनीतिक पंडितों को चौंका रहा है? बुधवार (4 अक्टूबर) को बुरहानपुर में लाडली बहना सम्मेलन में सीएम ने कहा-'मैं देखने में दुबला पतला जरूर हूं, पर लड़ने में बहुत तेज हूं.' यह बयान इसलिए चर्चा में है, क्योंकि एक दिन पहले ही सीएम ने अपने क्षेत्र बुधनी में जनता से पूछा था कि, 'मैं चुनाव लड़ूं या नहीं लड़ूं? यहीं से लड़ूं या नहीं?' वहीं, तीन दिन पहले उन्होने सीहोर में अपनी लाडली बहनों से कहा था कि, 'मैं चला जाऊंगा तो बहुत याद आऊंगा'.
'मैदान छोड़ने को तैयार नहीं है'
वैसे,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार अपने भाषणों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी और खुद यानी शिवराज मामा के नाम पर वोट मांग रहे हैं. इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि पार्टी नेतृत्व भले ही उन्हें हासिये में डालने की कोशिश में है लेकिन वह मैदान छोड़ने को तैयार नहीं है.
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Source: IOCL






















