MP Elections 2023: विधानसभा चुनाव में नए चेहरों को मौका दे सकती है कांग्रेस, आधी से ज्यादा सीटों पर बदले जाएंगे उम्मीदवार?
MP Elections 2023: मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम व कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि अतीक अहमद मामले में मीडिया को बदनाम करने की कोशिश की गई है. मामले की सीबीआई और ईडी से जांच होनी चाहिए.

MP Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही राजनीतिक दल अपने जोड़-तोड़ का गणित बैठाने में लगे हैं. बीते कई वर्षों से सत्ता से दूर रही कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए हर संभव प्रयास करना चाहती है. साल 2018 के चुनाव से सबक लेते हुए कांग्रेस इस बार आधे से अधिक सीटों पर नये चेहरे उतारने के मूड में है, क्योंकि बीजेपी के सर्वे में करीब 150 सीटों पर बीजेपी की स्थिति खराब बताई जा रही है. इसकी वजह से कांग्रेस अपनी रणनीति के तहत नए चेहरों को मौका देकर सीटों को अपने कब्जे में लेना चाहती है.
2018 के चुनाव में कांग्रेस ने कई युवा चेहरों को मौका दिया था, जिसमें कांग्रेस के 55 युवा विधायक चुनाव जीत कर आए थे इसीलिए कांग्रेस हारी हुई सीटों पर नये और युवा चेहरों पर फोकस करने जा रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए कमलनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को प्रदेश भर में कांग्रेस की बूथ विस्तार सेक्टर प्रभारी और रूठे हुए कार्यकर्ताओं को मनाने की जिम्मेदारी दी है. जिसे लेकर दिग्विजय सिंह प्रदेश भर में दौरे कर रहे हैं. प्रतिदिन दिग्विजय सिंह किसी न किसी जिले के दौरे पर रहकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुटता के साथ रहने के साथ ही विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का परचम फहराने के लिए जीत का मंत्र दे रहे हैं.
अतीक अहमद हत्याकांड मामले पर बोले दिग्विजय सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा से सदस्य दिग्विजय सिंह बुधवार को सीहोर जिले के दौरे पर थे. जहां पर उन्होंने सेक्टर प्रभारी बूथ विस्तार कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव जीतने के टिप्स दिए. सीहोर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रेसवार्ता में अनेक मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि अतीक अहमद के मामले में मीडिया को बदनाम करने की कोशिश की गई है. अतीक बार-बार कह रहा था मेरी जान चली जाएगी. फिर रात 10 बजे पुलिस अतीक को लेकर अस्पताल मेडिकल चेकअप के लिए क्यों गई? अतीक और उसका परिवार आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहा है.
अतीक की गैंग ने हिंदुओं से ज्यादा मुस्लिमों को प्रताड़ित किया है. बेटे का एनकाउंटर तो पुलिस ने किया, लेकिन पुलिस कस्टडी में अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या होने पर पुलिस की जिम्मेदारी है. ईडी, सीबीआई को जांच करनी चाहिए, किन-किन से अतीक से संबंध थे, इसका खुलासा होना चाहिए. माफिया का हेड तो गया बाकी माफिया खत्म होना चाहिए.
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