सीएम उमर अब्दुल्ला ने PM मोदी से फोन पर की बात, कहा- 'मैं आभारी हूं'
Kishtwar Cloudburst: किश्तवाड़, जम्मू कश्मीर में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से बात कर स्थिति का जायजा लिया.

जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटने से आई भारी तबाही के बीच पुलिस और सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, अब तक 46 लोगों की मौत हो गई है, जबकि लापता लोगों का सही आंकड़ा अब तक नहीं मिला है. करीब 160 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर अस्पतालों तक पहुंचाया गया है, जिनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम उमर अब्दुल्ला को फोन कर स्थिति की जानकारी ली.
उमर अब्दुल्ला ने एक्स हैंडल पर इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने लिखा, "मुझे अभी-अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया. मैंने उन्हें किश्तवाड़ की स्थिति और प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी दी. मेरी सरकार और इस आपदा से प्रभावित सभी लोग प्रधानमंत्री के समर्थन और केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की गई सभी सहायता के लिए आभारी हैं."
I just received a call from Hon PM @narendramodi Sb. I briefed him about the situation in Kishtwar & the steps being taken by the administration. My government & the people hit by this tragic cloudburst are grateful for his support & all the assistance provided by the Union…
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 15, 2025
अब तक 21 शवों की पहचान
किश्तवाड़ जिले में बादल फटने से प्रभावित चशोती गांव से 46 शव बरामद किए गए हैं. इनमें से 21 की पहचान हो गई है. मृतकों की पहचान के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से पीड़ितों की तस्वीरें शेयर की जा रही हैं. इस ग्रुप में प्रभावित परिवार के सदस्यों को एड किया गया है. इसी की मदद से अब तक 21 शवों की पहचान की गई है. अब तक 160 से अधिक घायलों को मलबे से बाहर निकाला गया है, जिनमें से 38 की हालत गंभीर बताई जा रही है.
अधिकारियों को आशंका है कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है, क्योंकि माना जा रहा है कि अभी और लोग फंसे हुए हैं. जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने चशोती गांव से लगभग 15 किलोमीटर दूर पद्दार में एक नियंत्रण कक्ष-सह-सहायता डेस्क स्थापित किया ताकि अचानक आई बाढ़ के बाद लोगों और तीर्थयात्रियों की सहायता की जा सके. त्रासदी के बाद से ‘हेल्प डेस्क’ को कई लोगों ने फोन किए हैं. अधिकारी परिवारों द्वारा लापता बताए गए 67 लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं.
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Source: IOCL























