Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर में झूठे IED मामले में साजिश का पर्दाफाश, 3 आरोपी गिरफ्तार
Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बारामूला में तीन लोगों की साजिश का भंडाफोड़ किया. आरोपियों ने तंगमर्ग निवासी को फंसाने के लिए नकली IED लगाया. मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई.

जम्मू और कश्मीर पुलिस ने बारामूला में तीन व्यक्तियों की संलिप्तता वाली एक साजिश का पर्दाफाश किया है, जिन्होंने तंगमर्ग में एक स्थानीय निवासी को झूठा फंसाने के लिए, कथित तौर पर एक नकली इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) लगाया था.
बारामूला पुलिस ने एक बयान में कहा कि 31 जुलाई 2025 को तंगमर्ग पुलिस को महायान फिरोजपोरा निवासी मंजूर अहमद खान के आवास पर एक IED की मौजूदगी की सूचना मिली थी. घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया गया और घर के मुख्य द्वार के पास एक संदिग्ध पैकेट बरामद किया गया.
नकली IED लगाने वाला मुख्य आरोपी गिरफ्तार
बाद में बम निरोधक दस्ते ने पुष्टि की कि यह एक प्लास्टिक का डिब्बा था जो IED जैसा दिख रहा था, लेकिन इसमें कोई विस्फोटक खतरा नहीं था. तंगमर्ग पुलिस स्टेशन में एक मामला (BNS की धारा 329(3), 324(6), 248 के तहत प्राथमिकी संख्या 56/2025) दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई.
जांच के दौरान, पुलिस ने नौगाम सुम्बल निवासी सज्जाद अहमद गनी की पहचान मुख्य आरोपी के रूप में की. छिपने के बाद, उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में, गनी ने कबूल किया कि उसने मकान मालिक की पूर्व पत्नी एडवोकेट राहिला कादरी के कहने पर यह नकली डिवाइस लगाया था.
वैवाहिक विवाद के चलते रची साजिश
इसके साथ ही गनी ने बताया कि इसमें उनके वर्तमान पति पंडितपुरा तंगमर्ग निवासी एडवोकेट रईस अहमद भट की भी भूमिका थी. जांचकर्ताओं ने कहा कि दोनों ने लंबे समय से चल रहे वैवाहिक विवाद के चलते मंजूर खान को फंसाने के लिए गनी के साथ मिलकर साजिश रची थी.
पुलिस ने कहा कि तीनों आरोपियों को कानून के संबंधित प्रावधानों के तहत नोटिस जारी कर दिए गए हैं और मामला सक्षम अदालत में चलाया जाएगा. बारामूला पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को आपराधिक मामलों में झूठा फंसाया न जाए.
Source: IOCL






















